बीकानेरNidarindia.com
‘केसरियो लाडो जीवतो रे…ओ जीवतो-जीवतो ढोळे जा…’ विवाह के इस मांगलिक गीत की करतल ध्वनि आज अपराह्न के बाद शहरी परकोटे में गूंजने लगी है। शाम चार बजे के बाद से ही शहर की गलियों से विष्णु रूपी दूल्हों की बारातें निकलने लगी है।





यह सिलसिला देर रात तक चलेगा। अवसर है पुष्करणा समाज के सामूहिक विवाह समारोह का। इसमें आज एक ही दिन में सैकड़ों शादियां एक साथ होगी। गोधुली वेला में जब विष्णु रूपी दूल्हे निकले, तो मानो पूरा शहर ही मंडप की तरह नजर आने लगा।

कई स्थानों पर हुआ सम्मान
कई संस्थाओं ने विष्णु रूप में सजे संवरे दूल्हों को सम्मानित किया। इसमें बारगुवाड़, नत्थूसर गेट, मोहता चौक, मूंधड़ा चौक, दम्माणी चौक सहित कई स्थानों पर निर्धारित समय पर सिर पर खिड़किया पाग, केशरिया बनियान और पिताबम्बर पहकर विष्णु रूप में बारत के साथ निकले दूल्हों को सम्मानित किया गया।



सम्मान के क्रम में नत्थूसर गेट बाहर मुरली पान संस्था समिति की ओर से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले संजय छंगाणी को 1100 रुपए का पुरस्कार दिया गया। कई दूल्हे ऐसे भी थे, जिन्होंने एक से दूसरे मोहल््ले में पहुंचकर भी सम्मान हासिल किया।

इससे पूर्व सुबह से ही कहीं मायरा तो कहीं खिरोड़ा पहुंचाने की धूम रही।


