बीकानेरNidarindia.com
पुष्करणा समाज का सामूहिक विवाह समारोह इस बार 18फरवरी को है। इस आयोजन में इस बार भी समाज के सैकड़ों घरों में विवाह हो रहे हैं। पुष्करणा समाज में सामूहिक सावे की परम्परा सैकड़ों वर्षों से चल आ रही है। यह साव वर्तमान में दो साल के अन्तराल से आता है। इसमें शामिल होने के लिए देशभर के अलग-अलग शहरों में रहने वाले पुष्करणा समाज के लोग बीकानेर आते हैं।
बुधवार को हावड़ा-बीकानेर ट्रेन से बड़ी संख्या में प्रवासी बीकानेर पहुंचे है। ट्रेन अपने निर्धारित समय से काफी देरी से बीकानेर आई थी। स्टेशन पर पहुंचते ही प्रवासियों का बीकानेर के लोगों ने स्वागत किया। इस दौरान भैरवनाथ बाबा के जयकारों से स्टेशन गूंज उठा।
माहौल ऐसा था कि मानो कोलकाता में बसने वाला पूरा बीकानेरी समाज सावे की संस्कृति को देखने और इसमें भागीदारी निभाने के लिए आ गया है। कोलकाता प्रवासी समाज सेवी जेठमल रंगा ने कहा कि हर बार पुष्करणा सावे में वे बीकानेर आते हैं। फिर उनके किसी रिश्तेदार के घर में विवाह हो या नहीं हो। वे इसमें शरिक होते हैं।