जयपुरNidarindia.com
राजस्थान के जयपुर-सवाई माधोपुर, अजमेर-चंदेरिया और लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्गों पर जल्द ही दोहरीकरण का काम होगा। इसके लिए केबिनेट से मिली मंजूरी मिल गई है। दोहरकरण के बाद तीव्र और सुगम रेल परिवहन को गति मिलेगी। केबिनेट ने गुुरुवार को राजस्थान के 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी प्रदान की है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर-सवाई माधोपुर 131.27 रूट किलोमीटर व 152.77 ट्रैक किलोमीटर मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 1268.57 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है।
इस मार्ग के दोहरीकरण होने से लाइन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा साथ ही ट्रेनों की गति में भी वृद्वि होगी। इस मार्ग के दोहरीकरण से डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को फीडर मार्ग उपलब्ध होगा। जयपुर-सवाई माधोपुर रेल मार्ग के दोहरीकरण से रणथम्भोर में वन्य अभ्यारण, चौथ का बरवाडा और शिवाड़ में स्थित धार्मिक स्थल और वनस्थली में शैक्षणिक संस्थानों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। दोहरीकरण से क्षेत्र में पर्यटन, धार्मिक और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
अजमेर-चंदेरिया 178.20 रूट किलोमीटर व 212.08 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 1813.28 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। इस मार्ग के दोहरीकरण होने से भीलवाड़ा में कपड़ा उद्योग और चित्तौडगढ़ के आस-पास स्थित सीमेंट इण्डस्ट्रीज को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। इसके साथ ही अजमेर, चित्तौडग़ढ़ और उदयपुर में पर्यटक गतिविधियां बढेगी।
नसीराबाद में स्थित सैन्य क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों और सैनिकों के सुगम आवागमन के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। इस मार्ग के दोहरीकरण से लाइन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा साथ ही ट्रेनों की गति में भी वृद्वि होगी।
लूनी-समदड़ी-भीलड़ी 278 रूट किलोमीटर व 315.57 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 3530.92 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। वर्तमान मेंं लूनी-समदडी रेलमार्ग पर बहुत अधिक ट्रेफिक रहता है जिसके कारण मार्ग पर बहुत अधिक व्यस्तता होने के कारण नई ट्रेनों का संचालन करने में कठिनाई होती है।
लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग के दोहरीकरण होने से अधिक माल लदान के परिवहन में मदद मिलेगी और इस मार्ग पर भविष्य में डबल स्टैक केंटेनर ट्रेन का संचालन किया जाना भी संभव होगा। जोधपुर और बाड़मेर से जालौर होते हुए अहमदाबाद की ओर जाने के लिए मार्ग पर अधिक यात्री और मालगाडिय़ां का संचालन किया जा सकेगा।