प्रतिभाओं का हुआ सम्मान…
बीकानेरNidarindia.com
गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह शुक्रवार को डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने ध्वजारोहण किया।
शांति के प्रतीक सफेद कपोत और रंग बिरंगे गुब्बारे हवा में छोडक़र खुशहाली, समृद्धि और स्वतंत्रता का संदेश दिया गया। ध्वजारोहण के बाद परेड का निरीक्षण किया और मार्च पास्ट की सलामी ली। राज्यपाल के संदेश का पठन अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) प्रतिभा देवठिया ने किया। सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले और राजकीय सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 63 प्रतिभाओं को इस अवसर पर सम्मानित भी किया गया।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने जिले वासियों को 75वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा संविधान विश्व का श्रेष्ठतम संविधान है। इस संविधान को हम देशवासियों ने स्वयं अपने ऊपर लागू किया है, आज का यह दिन आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीरों को नमन करते हुए नए संकल्प लेने का है।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग जाति और धर्म,भाषाओं के बावजूद अपनी सामाजिक समरसता और सौहार्द के लिए हमारा देश पूरी दुनिया के सामने अनेकता में एकता की अनूठी मिसाल है। भारत ने अपने गणतंत्र और लोकतंत्र को मजबूत बना कर दुनिया के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। वर्तमान में भारत बदल रहा है, विकास के नए पायदान हासिल किये जा रहे हैं। पूरा विश्व आज भारत की और बड़ी उम्मीदों से देख रहा है। राष्ट्र निर्माता किसानों, मजदूरों और जवानों के प्रति आभार प्रकट करते हुए गोदारा ने कहा कि आने वाले समय में हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
सडक़, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल की सुविधाएं दूर दराज तक पहुंचाई जा रही है। आज विकास से कोई क्षेत्र अछूता नहीं है। रेगिस्तान के इस इलाके में भी गांव-गांव, ढाणी- ढाणी तक सडक़ें पहुंची हैं। जल जीवन मिशन से पानी पहुंचाया जा रहा है। खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री ने कहा कि युवा शक्ति भारत की सबसे बड़ी ताकत है। भारत के डाक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिकों का लोगों का लोहा पूरी दुनिया मानती है। आज का युवा मेहनतकश है। वह नए सपने देखता है और उन सपनों को पूरा करने में पूरी निष्ठा और लगन से काम करता है। संविधान निर्माताओं को नमन करते हुए गोदारा ने कहा कि युवा राष्ट्र के प्रति अपनी कर्तव्यपरायणता रखते हुए नशे से दूर रहें और नए दौर की आवश्यकताओं के अनुरूप काम करते हुए भारत के लोकतंत्र को नई बुलंदियों तक ले जाने का प्रण लें।
लोकनृत्य और झांकियों की आकर्षक प्रस्तुतियां…
मुख्य समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और सेवाएं देने वाली 63 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। मार्च पास्ट में आरएसी की तीसरी और 10 वीं बटालियन, राजस्थान पुलिस प्लाटून, महिला प्लाटून, एनसीसी कैडेट्स, एसपीसी, होमगार्ड्स के जवान व सोफिया व बीबीएस स्कूल के विद्यार्थी शामिल हुए।
मार्च पास्ट का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के (प्रशिक्षु) अधिकारी आदित्य ने किया। इसमें 13 टुकडय़िों ने भाग लिया। पुलिस विभाग, आरएसी की तीसरी और दसवीं बटालियन और राजस्थान पुलिस के बैण्ड ने सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरी।
इस दौरान स्कूली विद्यार्थियों द्वारा व्यायाम प्रदर्शन, योग प्रदर्शन और भारतीयम का प्रदर्शन किया गया। स्कूली छात्राओं ने सामूहिक नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी, शारीरिक शिक्षकों एवं युवा योग साधकों ने योग और विभिन्न विभाग की और से झांकियां के माध्यम से सरकारी योजनाओं एवं जिले के फ्लैगशिप योजनाओं व कार्यों को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी स्व. झंवर लाल हर्ष की धर्मपत्नी लक्ष्मी देवी का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस दौरान संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया, महानिरीक्षक पुलिस ओमप्रकाश, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) प्रतिभा देवठिया, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) कपिल कुमार यादव, उपखंड अधिकारी बीकानेर पवन कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यातायात पुलिस की झांकी रही प्रथम…
यातायात विभाग की सडक़ सुरक्षा- जीवन रक्षा थीम पर आधारित झांकी को प्रथम स्थान मिला। जिला परिषद की विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित झांकी को द्वितीय और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय की और तंबाकू निषेध की झांकी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
नगर निगम की और से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, साक्षरता एवं सतत शिक्षा द्वारा नवभारत साक्षरता कार्यक्रम, नगर विकास न्यास की और से यूआईटी प्रगति के सोपान, कृषि विभाग की और से विकसित भारत समृद्ध भारत, समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत समावेशित शिक्षा एवं व्यवसायिक शिक्षा पर आधारित झांकी का प्रदर्शन किया गया। दर्शक दीर्घा से तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ सभी झांकियों को सराहना मिली।