बीकानेरNidarindia.com पुरानी लाइन गंगाशहर स्थित सेठिया भवन में चल रही भागवत कथा में रविवार कथा वाचक जसवंत शास्त्री ने कई प्रसंगों की व्याख्या की। महाराज ने कृष्ण की बाल लीलाओं का सप्रसंग व्याख्या की। मकर सक्रांति का मौका होने के कारण आज कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
जसवंत शास्त्री महाराज ने कहा कि भगवान का नाम गोपाल इसीलिए पड़ा क्योंकि उन्होंने गौ सेवा की। आने वाली पीढ़ी को गौ सेवा का संदेश दिया। भगवान ने गोवर्धन पर्वत उठा कर भक्तों की रक्षा की। इसलिए भगवान की शरण ग्रहण करें।
महाराज ने कहा कि जब कथा सुनें तो कुछ प्रण अवश्य लें। मसलन लालच न करें, क्रोध का त्याग करें, अपशब्द बोलने का त्याग करें, झूठ बोलने का त्याग करें। आजीवन ना सही परन्तु कम से कम कथा सुनने के दिनों में ऐसा अवश्य करें।
नानीबाई का भरा मायरा…
कथा परिसर स्थल पर ही शाम को नानी बाई का मायरा की कथा हुई। इसमें कथा वाचक कन्हैयालाल महाराज ने कथा का बखान किया। इसमें भगवान ने कैसे नानी बाई का मायरा भरा इस प्रसंग की व्याख्या हुई, तो श्रद्धालु मंत्रमुग्द हो गए। आयोजकों के अनुसार कथा की पूर्णाहुति सोमवार को होगी।