बीकानेरNidarindia.com
विधानसभा चुनावों में इस बार बीकानेर जिले की सात विधानसभा सीटों में से छह भाजपा की झोली में आ गई है। भाजपा ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए छह सीटों पर परचम फरहरा दिया है। बीते विधानसभा चुनावों में भाजपा को सात में से तीन सीटें मिली थी। भाजपा पार्टी के संभाग मुख्यालय कार्यालय में रविवार सुबह से ही जश्न का माहौल रहा है। गुलाल उड़ती रही है। ढोल बजते रहे हैं।

बीकानेर जिले में जीतने वाले भाजपा के छह में से तीन पहली बार विधायक बने हैं। इनमें श्रीडूंगरगढ़ से ताराचंद सारस्वत, कोलायत से अंशुमानसिंह भाटी और बीकानेर पश्चिम से जेठानंद व्यास शामिल हैं। इनमें से जेठानंद और अंशुमान ने पहली बार एमएलए का चुनाव लड़ा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ.कल्ला को हराया
बीकानेर पश्चिम : भाजपा के जेठानंद व्यास ने 10वीं बार चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंत्री डा.बी.डी.कल्ला को 20432 वोटों से पराजित कर दिया।

बीकानेर पूर्व : भाजपा की सिद्धीकुमारी ने लगातार चौथी बार इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। कांग्रेस चौथी बार अपना प्रत्याशी बदला और इस बार शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत को मैदान में उतारा मगर उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा। सिद्धी ने गहलोत को 19141 वोटों से हराया।
कोलायत : पहली बार चुनाव लड़ रहे अंशुमानसिंह भाटी ने दो बार के विधायक-मंत्री भंवरसिंह भाटी को 32984 वोटों से हराया। यह जिले में सबसे बड़ी जीत है। यहां रालोपा के रेवतराम पंवार ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया।
श्रीडूंगरगढ़ : ताराचंद सारस्वत ने कड़े मुकाबले में सीट निकाली।
कांग्रेस के मंगलाराम गोदारा और माकपा के विधायक गिरधारीलाल महिया से त्रिकोणीय मुकाबला हुआ।
नोखा : नोखा बीकानेर की इकलौती सीट है जहां कांग्रेस ने जीत का परचम फहराया है। यहां जीत मूल रूप से रामेश्वर डूडी के अस्वस्थ होने और महीनों से हॉस्पिटल में अचेत होने से मिली सहानुभूति की मानी जा सकती है। उनकी पत्नी सुशीलादेवी डूडी को कांग्रेस ने मैदान में उतारा था। सुशीला ने भाजपा के विधायक बिहारीलाल बिश्नोई को 8149 वोटों से हराया। निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया।
खाजूवाला : मंत्री गोविंदराम को हराकर भाजपा के डा.विश्वनाथ मेघवाल तीसरी बार विधायक बने हैं। यहां सीधे मुकाबले में डा.विश्वनाथ ने 17374 की करारी शिकस्त दी।

