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गंगाशहर-भीनासर-सुजानदेसर गौचर भूमि में अस्थाई रूप से बसे सियाराम नगर में नौ दिवसीय 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ और श्रीराम कथा की विवार को पूर्णाहुति हुई।
रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर सरजूदास महाराज ने बताया कि गुरु महाराज रामदास महाराज की कृपा, पं. जुगलकिशोर ओझा के आचार्यत्व एवं यज्ञब्रह्मा पं. अशोक ओझा के नेतृत्व में बीकानेर में पहली बार 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ का हुआ।

संत सरजूदास महाराज ने कहा कि अनुष्ठान में वर्षा का होना बेहद सफल और शुभ माना जाता है। विगत दो दिनों से मौसम ठंडक भरा होने के बावजूद आस्था का सैलाब रुका नहीं निरन्तर बढ़ता रहा। पूर्णाहुति विश्राम सत्र होने के कारण लाखों लोगों ने परिक्रमा लगाई और रामकथा का रसास्वादन किया।
श्रीराम कथा का वाचन करते हुए पद्मविभूषित रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा कहती है कि बचपन को प्रबुद्ध करो, यौवन को शुद्ध करो और बुढ़ापे को सिद्ध करो।
बड़ों का सम्मान करो, हम विकसित भारत बना सकें, विश्व का कल्याण हो ऐसे भाव के साथ कथा के विश्राम सत्र में प्रभु श्रीराम सुग्रीव से मित्रता कर रावण के मित्र बाली का वध किया, हनुमानजी की सहायता से रावण के भाई विभीषण को पक्ष में लेना, रावण का वध करना, सागर पर सेतु बनाया और सेतु पर रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग की स्थापना करने, लक्ष्मण मूर्छित, संजीवनी बूटी, भगवान राम को नागपाश बांधने का वृतांत सुनाया। इस अवसर पर कथा पंडाल में रामदरबार की तस्वीर को तिलक किया गया और आरती की गई।
इससे पूर्व चरण पादुका पूजन- नृसिंहदास मिमाणी, राजेश अग्रवाल, मनसुख अग्रवाल, नरेश पुरोहित, दिनेश सोनी, रमेश खत्री, प्रेम सोनी, ओमप्रकाश भाटी, उत्तम भाटी, कांतिलाल अग्रवाल, गुलाब कंवर राजपुरोहित ने किया। आयोजन में मुख्य यजमान अरुण मोदी, अशोक मोदी, अविनाश मोदी, अनुज मोदी परिवार, सचिव श्रीभगवान अग्रवाल, डॉ. रामदेव अग्रवाल, कन्हैयालाल भाटी, रजनीश जोशी, अरविन्द शर्मा, अमित सुराना, सुनीलम, पवन अग्रवाल, कप्तानसिंह, हरिकिशन, हरिओम, एसएन अरोड़ा, शिवनारायण, गौरीशंकर श्रीभगवान अग्रवाल, चंद्रेश अग्रवाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने श्रद्धापूर्वक आयोजन को सफल बनाया।

