माली सैनी समाज के आयोजन में सात जोड़े परिणय सूत्र में बंधे…
तुलसी- सालिगराम विवाह भी हुआ




बीकानेरNidarindia.com
‘सारा गगन मंडप है, सारा जग बाराती…गीत की पंक्तियां गुरुवार को शिववैली और गोपेश्वर बस्ती स्थित शिव-पार्वती मंदिर में साकार हो रही थी। अवसर था देवउठनी एकादशी के पर श्री पीपा क्षत्रिय समाज और माली सैनी समाज के सामूहिक विवाह समारोह का। इसमें एक साथ कई जोड़े विवाह बंधन में बंधे। साथ ही तुलसी-सालिगराम का भी विवाह का आयोजन किया गया।
परिणय सूत्र में बंधे 13 जोड़े
शिववैली परिसर में ज्ञान विधि महाविद्यालय में हुए सामूहिक विवाह समारोह में १३ जोड़े विवाह बंधन में बंधे। बड़ी संख्या में लोग इसके साक्षी बने। प्रत्येक जोड़े के लिए अलग से मंडप सजाया गया। फेरों के लिए मुहूर्त का भी विशेष ख्याल रखा गया। नाम और राशि के अनुरूप फेरों का समय निर्धारित कर विधि-विधान के साथ सभी औपचारिकताएं पूर्ण की गई। साथ ही समिति के सदस्यों की और से विवाह संपन्न होने के बाद तय नियमानुसार वर-वधु को आशीर्वाद दिया गया।


संस्था अध्यक्ष भंवरलाल बडग़ुजर ने बताया कि कार्यक्रम में पहले तुलसी विवाह हुआ। आयोजन में नवीन सोलंकी सपत्नीक सपरिवार लाभार्थी रहे। कार्यक्रम में महानगरों में रहने वाले वाले अखिल भारतीय श्री पीपा क्षत्रिय समाज सभा के पदाधिकारियों ने भागीदारी निभाई।
माली सैनी समाज : परिणय सूत्र में बंधे सात जोड़े
माली सैनी समाज सामूहिक विवाह संस्थान समिति की ओर से गोपेश्वर बस्ती स्थित शिव-पार्वती महादेव मंदिर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इसमें सात जोड़े विवाह बंधन में बंधे। साथ ही तुलसी और सालिगराम भगवान का विवाह भी कराया गया। इस मौके पर समाज के गणमान्य लोगों ने भागीदारी निभाई। आयोजन को लेकर समाज के युवा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।
