राममय होगा बीकाणा, 19 नवंबर से सुजानेदसर में जगद्गुरु  रामभद्राचार्य महाराज के श्रीमुख से होगी श्रीराम कथा - Nidar India

राममय होगा बीकाणा, 19 नवंबर से सुजानेदसर में जगद्गुरु  रामभद्राचार्य महाराज के श्रीमुख से होगी श्रीराम कथा

  • पहलीबार 108 कुंडीय श्रीरामचरित मानस महायज्ञ का आयोजन

  • राम नाम के मंत्रों देंगे आहुतियां

  • संतों का होगा समागम

  • 250 कार्यकर्ताओं की टीम को सौंपी व्यवस्थाओं की जिम्मेवारी

  • शोभायात्रा 18 नवंबर को निकलेगी…

बीकानेरNidarindia.com
छोटी काशी के नाम से विख्यात बीकाणा नगरी में 19 नवंबर से भक्ति और आस्था की सरिता बहेगी। इसके साक्षी बनेंगे हजारों आस्थावान लोग। सुजानदेसर की धरा पर यह अवसर होगा पद्मविभूषित तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य महाराज के श्रीमुख से श्रीराम कथा सुनने का।

यहां पर रामझरोखा कैलाशधाम आश्रम, श्रीसियाराम नगर गंगाशहर भीनासर गोचर भूमि सुजानदेसर में 108 कुंडीय श्रीरामचरित मानस महायज्ञ का भव्य आयोजन होगा। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर गुरुवार को रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर सरजूदास महाराज ने पत्रकारों को बताया कि 10 दिवसीय इस आयोजन में 18 नवम्बर को सुबह कलश यात्रा निकाली जाएगी और सैकड़ों संत नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

हजारों महिलाएं अपने सिर पर कलश धारण कर और एक रंग के परिधान पहनकर प्रभु श्रीराम के जयकारों के साथ कलशयात्रा में शामिल होंगी। बड़ी संख्या में संतों का समागम होगा इसमें करीब 200 से अधिक त्यागी, तपस्वी, संत, सभी अखाड़ों से महामण्डलेश्वर, धर्माचार्य एवं नागा महात्यागी संत शामिल होंगे। संत नगर भ्रमण यात्रा में ऊंट, घोड़े, बग्गी, रथ के साथ संतों को नगर भ्रमण करवाया जाएगा।

सनातन धर्म का आयोजन, राजनीतिक नहीं…

पत्रकार वार्ता में सरजूदास महाराज ने स्पष्ट किया कि चुनावी माहौल जरूर है, लेकिन इस अनुष्ठान की तिथि दो वर्ष पहले ही तय हो गई थी। सनातन धर्म की ध्वजा आगे बढ़े, लोगों में संस्कारों के भाव जगे और संत-महात्माओं के चरण बीकानेर में पड़े इसी उद्देश्य से यह दिव्य अनुष्ठान किया जा रहा है।

महाराज ने दावा किया कि बीकानेर ही नहीं, विश्व में पहली बार श्रीरामचरित मानस महायज्ञ होने जा रहा है। श्रीरामचरित मानस के पाठ तो हर बार होते हैं, लेकिन 108 कुंडीय यज्ञ के साथ श्रीराम चरित मानस महायज्ञ होने जा रहा है। राम नाम मंत्र से आहुतियां दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी राजनैतिक पार्टी के प्रत्याशी को मंच पर नहीं आने दिया जाएगा। सरजूदास महाराज ने बताया कि सनातन के प्रति सच्चा भाव रखने वाला श्रद्धालु ही इस आयोजन का कार्यकर्ता, सेवादार और आयोजक है।

पोस्टर का हुआ विमोचन

प्रेसवार्ता के दौरान महंत भगवानदास महाराज, महंत रामेश्वरदास महाराज, महंत विष्णुदास महाराज, आयोजन संयोजक अशोक मोदी, सचिव श्रीभगवान अग्रवाल ने रामकथा और महायज्ञ के संबंधी पोस्टर का विमोचन किया।

इतने कार्यकर्ता संभालेंगे व्यवस्था

आयोजन समिति सचिव श्रीभगवान अग्रवाल के अनुसार इस अनुष्ठान में व्यवस्थाओं के लिए 250 से अधिक कार्यकर्ताओं की टीम को अपने-अपने दायित्वों को निभाने का संकल्प दिलवाया गया। संयोजक अशोक मोदी ने बताया कि जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल और पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने भी आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर श्रीसरजूदास महाराज ने दोनों अधिकारियों को जानकारी प्रदान की । साथ ही सुरक्षा व्यवस्थाओं से भी अवगत करवाया।

सरजूदास महाराज ने बताया कि महंत गुरु रामदास महाराज के आशीर्वाद से आयोजन की तैयारियां अंतिम चरण में है। वहीं पं. जुगलकिशोर ओझा के आचार्यत्व में यज्ञ, पूजन अनुष्ठान होंगे। 108 कुंडीय महायज्ञ के लिए 130 गुणा 130 फीट की यज्ञशाला में 429 जोड़ों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

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