हेमाद्री संकल्प, दस विधि स्नान के साथ अर्पित किया तर्पण
बीकानेरNidarindia.com श्राद्ध पक्ष में एक पखवाड़े से अलग-अलग तालाबों पर चल रहे तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति शनिवार को अमावस्या के दिन हुई। अल सुबह से ही तालाबों पर तर्पण कर्म शुरू हो गया। इसके बाद हवन के आयोजन हुए। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। शहर में धरणीधर तालाब, कोलायत, श्रीरामसर रोड स्थित राधा गार्डन के साथ ही कई बागेचियों में भी तर्पण अनुष्ठान हुए।

ऋषिकेश में पंडि़त नथमल पुरोहित के सान्निध्य में हुआ
ऋषिकेश में बीकानेर के कर्मकांड़ी विद्वान, पंडि़त नथमल पुरोहित के सान्निध्य में एक पखवाड़े तक पितर तृप्ति के लिए तर्पण अनुष्ठान किया गया। इसकी पूर्णाहुति शनिवार को हुई। इसमें बीकानेर से गए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। आज हेमाद्री संकल्प और दस विधि स्नान के साथ अनुष्ठान की पूर्णाहुति हुई।
महानंद महादेव मंदिर में हवन…
पंडि़त नथमल पुरोहित के शिष्य पंडि़त गोपाल ओझा के सान्निध्य में शनिवार को सुबह पंाच बजे धरणीधर तालाब पर पहली पारी का तर्पण कराया गया। दूसरी पारी में ६:३० बजे से तर्पण कराया गया। इसमें रोजाना छह से सात और सात से आठ बजे आने वाले श्रद्धालु शामिल हुए। सभी श्रद्धालुओं का आज हेमाद्री संकल्प और दस विधि स्नान कराने के बाद तर्पण कराया गया। साथ ही सुबह पांच बजे से ही धरणीधर महादेव का दुग्धाभिषेक किया गया। शृंगार के बाद आरती हुई।

पंडि़त गोपाल ओझा ने बताया कि सुबह १० बजे से महानंद महादेव मंदिर परिसर की यज्ञशाला में हवन का कार्यक्रम शुरू हुआ। इसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी। आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इससे पूर्व यज्ञशाला में भगवान विष्णु स्वरूप (सालिगराम) का पंचामृत से स्नाना कराया गया। इसमें प्रत्येक श्रद्धालु ने भागीदारी निभाई।
यहां भी हुए आयोजन

श्रीरामसर स्थित राधा गार्डन में चल रहे तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति शनिवार को हुई। सुबह तर्पण के बाद 9 बजे से हवन का आयोजन किया गया। धरणीधर तालाब पर दूसरे छोर पर पंडि़त नवरतन व्यास के सान्निध्य में तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति कराई गई। इसके बाद हवन का आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई।
कपिल सरोवर में लगाई आस्था की डूबकी
शनि अमावस्या के अवसर पर कोलायत के कपिल सरोवर में सैकड़ों लोगों ने आस्था की डूबकी लगाई। साथ ही एक पखवाड़े से चल रहे तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति भी हुई। बड़ी संख्या में लोगों ने हवन में भागीदारी निभाई।


