स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची, मौके पर ही नष्ट कराया 350 किलो मावा
बीकानेरNidarindia.com मिलावटखोरी से लोग बाज नहीं आ रहे है। घटिया क्वालिटी का खाद्य बना उसे बेचकर मुनाफा कमाने की लालसा में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को देशनोक में कार्रवाई की गई। इसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने 350 किलो सड़ा हुआ मावा नष्ट कराया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीकानेर डॉ मोहम्मद अबरार पवार ने बताया कि मैसर्स करणी डेयरी बड़ा गुवाड़ की निर्माण इकाई पर लगभग 350 किलो बदबूदार और फंगस लगा हुआ मावा रखा था जिसे देखने और सूंघने पर दुर्गंध आ रही थी।
इस मावा को मौके पर ही नष्ट करवाया गया। साथ मौके से घी, कलाकंद, मीठा मावा तथा फीका मावा के कुल 4 नमूने एफएसएस एक्ट के तहत लिए गए। इन्हें जांच के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला बीकानेर भिजवाया जाएगा। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद खाद्य सुरक्षा टीम ने करणी माता मंदिर देशनोक के अध्यक्ष बादल सिंह, उपाध्यक्ष और पूर्व उपाध्यक्ष से मुलाकात की गई जिस पर उनकी ओर से मंदिर परिसर और परिसर के बाहर स्थित मिठाई एवं प्रसाद की दुकानों का निरीक्षण करने का अनुरोध किया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी दल की ओर से मंदिर परिसर और बाहर स्थित मिठाई एवं प्रसाद की दुकानों पर साफ सफाई रखने, अवधि पार मिठाइ, मिलावटी मिठाई नहीं रखने के निर्देश दिए गए। कारवाई में बीकानेर जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानु प्रताप सिंह, श्रवण कुमार वर्मा, सुरेंद्र कुमार और राकेश गोदारा शामिल रहे।
त्योहारों के समय ही क्यों?
स्वास्थ्य विभाग त्योहारों के समय ही हरकत में आता है। ऐसे में जो आदतन मिलावटखोर है वो अपनी करतूत से बाज नहीं आते। विभाग दीपावली, होली या अन्य त्योहारों पर ही मावा सहित खाद्य पदार्थों की जांच करता है। नमूने भरते है, लेकिन मिलावट करने वालों पर खास शिकंजा नहीं होने के कारण आए दिन सड़ा हुआ मावा, मिलावटी घी, दूध, मिर्च मसाले इत्यादि पकड़े जाते है। विभाग को इसके लिए नियमित रूप से जांच करनी चाहिए।