सुबह होगा धरणीधर महादेव का अभिषेक, हेमाद्री संकल्प और दस विधि स्नान, हवन में देंगे आहुतियां
बीकानेरNidarindia.com
पितरों की तृप्ति के लिए श्राद्धपक्ष में तर्पण का खास महत्व है। इसी कामना को लेकर आस्थावान लोग पूरे एक पखवाड़े तक तालाबों पर जाकर पितर तर्पण का अनुष्ठान करते हैं। बीकानेर में कई स्थानों पर इन दिनों पितर तर्पण कर्म चल रहा है। इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति 14 अक्टूबर अमावस्या के दिन होगी। धरणीधर तालाब पर कर्मकांडी पंड़ित नथमल पुरोहित के शिष्य पंड़ित गोपाल ओझा के सान्निध्य में चल रहे तर्पण अनुष्ठान में 13 अक्टूबर शुक्रवार को शहीदों के नाम तर्पण किया जाएगा। इस दिन वीर गति प्राप्त कर चुके दिवंगतों को तर्पण अर्पित किया जाएगा। पंड़ित गोपाल ओझा ने बताया कि एक पखवाड़े तक चलने वाले इस अनुष्ठान में एक दिन शहीदों को भी तर्पण दिया जाता है।
14 अक्टूबर को होगी पूर्णाहुति
पंड़ित ओझा के अनुसार अमावस्या (14 अक्टूबरा) को सर्वपितृ श्राद्ध होगा। इस दिन पितर तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी। इससे पूर्व सुबह पांच बजे से धरणीधर महादेव मंदिर में दुग्धाभिषेक होगा। पूजा.आरती की जाएगी। वहीं 6 बजे से तलाब पर तर्पण कराया जाएगा। अंतिम दिन होने के कारण इसमें हेमाद्री संकल्प और दस विधि स्नान कराया जाएगा। इसमें तीनों पारियों में तर्पण करने वाले श्रद्धालु शामिल होंगे। पूर्णाहुति के लिए 10 बजे से महानंद महादेव की यज्ञशाला में हवन का आयोजन होगा। इसमें सभी आहुतियां देंगे। आरती के बाद पूर्णाहुति होगी।
यहां भी चल रहा है अनुष्ठान
धरणीधर तालाब के दूसरे छोर पर पंड़ित नवरतन व्यास के सान्निध्य में तर्पण अनुष्ठान कराया जा रहा है। इसकी पूर्णाहुति भी 14 अक्टूबर को ही होगी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भागीदारी निभा रहे है। इसके अलावा देवीकुंड सागर, कोलायत के कपिल सरोवर, श्रीरामसर स्थित राधा गार्डन सहित शहर की बागेचियों और तलाबों पर तर्पण अनुष्ठान कर्म चल रहा है।