टीएमसी लीडर स्वपन बर्मन की अपील : पैदल यात्रियों के लिए बनाना चाहिए रेस्ट हाउस - Nidar India

टीएमसी लीडर स्वपन बर्मन की अपील : पैदल यात्रियों के लिए बनाना चाहिए रेस्ट हाउस

 

  • ताकि मिलें उन्हें राहत, कहा-सेवादारों का माफ होना चाहिए टोल टैक्स
  • निडर इंडिया के सम्पादक रमेश बिस्सा ने की खास बातचीत, देखें वीडियो…

बीकानेरNidarindia.com
कोलकाता के सामाजिक कार्यकर्ता और टीएमएसी के संस्थापक सदस्य स्वपन बर्मन ने रामदेवरा के पैदल रास्ते में राज्य सरकार के स्तर पर माकूल व्यवस्थाएं करने की बात उठाई है। रामदेवरा-सियाणा के पदयात्रियों के सेवा शिविर में शामिल होने के लिए बीकानेर आए बर्मन ने कहा लोक देवता बाबा रामदेवजी के करोड़ों भक्त है।

कोलकाता के लिए रवाना होने से पहले ‘निडर इंडिया’ के साथ खास बातचीत में बर्मन ने कहा कि वो मेले में हर बार आते है। लेकिन इस बार बारिश से पैदल जातरूओं को कई तरह की मुश्किलें भी झेलनी पड़ी। बर्मन ने कहा कि इसके लिए राजस्थान सरकार को चाहिए कि पैदल जातरूओं के रास्ते में कुछ एक स्थानों पर रेस्ट हाउस बनाने चाहिए। ताकि प्राकृतिक आपदा आंधी, बारिश और तूफान में पैदल यात्रियों को असुविधा नहीं हो।

टोल फ्री किया जाए…
स्वपन बर्मन ने कहा कि पैदल जाने वाले भक्तों के लिए जो संस्थाएं, कार्यकर्ता सेवाएं लगाते हैं। उन सेवादार संंस्थाओं की गाडिय़ों को इस मार्ग पर टोल फ्री करना चाहिए। इसके लिए सरकार को विचार करना होगा। सेवाएं लगाने वालों को बार-बार आना-जाना पड़ता है, ऐसे में उन पर टोल का भार बढ़ाना उचित नहीं है, वो तो सेवा में लगे है, उन्हें छूट मिलनी चाहिए।

पुलिस की माकूल व्यवस्था हो
पैदल रास्ते के अनुभव बताते हुए स्वपन बर्मन ने कहा कि पदयात्रियों की सुरक्षा के लिए पैदल के रास्ते में पुलिस की माकूल व्यवस्था होनी चाहिए। बर्मन ने कहा कि उन्होंने इस बार यह महसूस किया, रास्ते में पुलिस की कोई खास बंदोबस्त नहीं था।

गंगासागर की बदल गई फिजा
स्वपन बर्मन ने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि कोलकाता में सबसे बड़ा तीर्थ गंगासागर है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आज वहां की फिजा बदल दी है। मेले में भी सरकार के स्तर पर हर तरह के बंदोबस्त किए जाते है। सभी व्यववस्थाएं माकूल रहती है।

दिल में बसता है बीकानेर…
एक सवाल के जबाव में बर्मन ने कहा कि अरे! बीकानेर…यह शहर में दिल में बसता है, कोलकाता और बीकानेर दोनों ही अपने ही है। बीकानेर में ‘मेरे आराध्य देव कोड़ाणा भैरव बाबा है, जिनके दर्शन की चाह यहां खींच लाती है…फिर थोड़ा रूककर बोले-इस बार भी पहले बाबा कोड़मदेसर के धोक लगाई, फिर रामदेवरा में दर्शन किए, सियाणा भैरव के दरबार में माथा टेका, पूनरासर हनुमानजी के दर्शन किए और मां करणी के दरबार में हाजिरी लगाई है। बीकानेर आने की मेरी यात्रा सफल हो गई है।

Share your love
Facebook
Twitter

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *