
श्रद्धालु की रही रेलमपेल, चूरमे का लगाया भोग, जात झड़ूले की रस्म निभाई
रिपोर्ट – रमेश बिस्सा, वीडियो, एसएन जोशी
बीकानेर। NIdar india.com “जंगल बिच भैरूंनाथ, थारे कुण करग्यो सिळगार, कुण थारे काजळ लगायो, कुण लायो प्रसाद, थारा माळी पौना चमचम चमके, थारी जय हो भैरूंनाथ…सरीखे भजनों से गुरुवार को सियाणा में स्थित भैरवनाथ का मंदिर गूंज रहा है। सुबह से ही दर्शनार्थियों की रेलमपेल है। अवसर है सियाणा भैरव मेले का। मंदिर में धोक लगाने के लिए सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचें हैं। नवविवाहित जोड़ों ने भैरूंजी के दरबार में माथा टेककर आशीर्वाद लिया, तो बच्चों के जात-झड्डूलों की परम्परा निभाई गई। बाबा भैरवनाथ का तेलाभिषेक किया गया।
श्रृंगार पूजन करने के बाद आरती हुई। चूरमे का भोग लगाया गया। श्रद्धालुओं ने नारियल चढ़ाकर अपनी मन्नत मांगी। इस मौके पर महाप्रसाद का आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। बड़ी संख्या में यहां पर पैदल श्रद्धालु पहुंचे है। मंदिर परिसर के बाहर मेले सा माहौल रहा।
कोलकात्ता से आए भैरव भक्त बर्मन
सियाणा भैरव बाबा के दर्शन करने के लिए कोलकाता से भैरव बाबा के भक्त, समाज सेवक और टीएमसी के संस्थापक सदस्य स्वपन बर्मन बीकानेर आए। सियाणा मन्दिर पहुंचकर बाबा के धोक लगाई। पैदल गए श्रद्धालु से उनका हालचाल पूछे। महा प्रसाद लिया। इस दौरान मनोज ओझा, महेंद्र पुरोहित, राजेश ओझा सहित बडी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
महाप्रसाद में सक्रिय रहे कार्यकर्ता
मंदिर परिसर के समीप ही धर्मशाला में महाप्रसाद का आयोजन किया गया था। इसमें बड़ संख्या में सेवादार सक्रिय रहे। सुबह भैरूंजी की आरती के बाद से ही भंडारे का प्रयाद शुरू हो गया था। मंदिर परिसर के बाहर सेवादारों ने श्रद्धालुओं के लिए शीतल जल की व्यवस्था की।
