जोधपुर बार एसोसिएशन के बयान पर बीकानेर के अधिवक्ताओं में रोष, आज अदालतों में नहीं की पैरवी, कार्य का रखा बहिष्कार - Nidar India

जोधपुर बार एसोसिएशन के बयान पर बीकानेर के अधिवक्ताओं में रोष, आज अदालतों में नहीं की पैरवी, कार्य का रखा बहिष्कार

बीकानेरNidarindia.com हाई कोर्ट बैंच की मांग के चलते अधिवक्ता बयानों को लेकर आमने सामने है। बयानबाजी चल रही है। बीकानेर में हाईकोर्ट वर्चुअल बैंच स्थापित करने के बयान पर जोधपुर बार एसोसिएशन ने कार्य बहिष्कार कर दिया, तो बीकानेर में अधिवक्ताओं जोधपुर बार एसोसिएशन के बयानों के विरोध में सोमवार को अदालतों में पैरवी नहीं की। अदालतों के अंदर एक सन्नाटा सा पसरा था।

कोई भी अधिवक्ता आज अदालतों में नहीं दिखे। अधिवक्ताओं में इस बात को लेकर मलाल था बीकानेर में हाईकोर्ट वर्चुअल बैंच स्थापित करने के प्रयास के कानून मंत्री के बयान पर जोधपुर बार एसोसिएशनों ने विरोध किया है। ऐसे में बीकानेर के अधिवक्ताओं ने मंत्री के बयान का स्वागत करते हुए जोधपुर के अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार के निर्णय की निंदा की है। न्यायालयों के अन्दर उपस्थित नहीं हुए। ऐसे में सैकड़ों काम अटक गए। किसी भी मामले में कोई तरह की सुनवाई आज बीकानेर की अदालतों में नहीं हो सकी।

एसोसिएशनों का दावा
बीकानेर में अधिवक्ताओं की दोनों एसोसिएशनों ने दावा किया है कि आज सभी न्यायालयों वकीलों से संबंधित कोई भी कार्य नहीं हुआ। एसोसिएशन के अनुसार करीब 32 अदालतें है। एक-एक अदालत में ही रोजाना दो से ढाई सौ मामले आते हैं, जिनमें अधिवक्ता पैरवी करते हैं। इसमें सभी तरह के प्रकरण होते हैं।

यह बोले पदाधिकारी
बार एसोसिएशन बीकानेर और बीकानेर बार एसोसिएशन दोनों ही संगठन कार्य बहिष्कार में शामिल रहे। दोनों ही एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ताओं ने पैरवी नहीं की। बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़ और बीकानेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष किशन सांखला ने रोष जताते हुए कहा कि जोधपुर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों का बयान लोकतांत्रिक रूप से भी सही नहीं है।

इसकी घोर निंदा करते है। जोधपुर के वकीलों की ओर से किए गए कार्य बहिष्कार को अलोकतांत्रिक है। संभागों ओर जिलों से भी न्यायालय तहसील स्तर पर गए है। इसी तरह हाईकोर्ट की बैंच भी संभाग स्तर पर होनी चाहिए। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि मंत्री के इस बयान का समर्थन करते हैं और जोधपुर के अधिवक्ताओं की सोच को व्यक्तिगत हित की मानते हुए उसकी निंदा करते हैं। आज निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया। बीकानेर बार एसोसिएशन के भंवर बिश्नोई, अजयु पुरोहित, गणेश चौधरी आदि मौजूद रहे। वहीं बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़, धर्मेन्द्र वर्मा, हितेश छंगाणी, मनोज बिश्नोई, पवन स्वामी, आशु प्रकाश पारीक आदि शामिल हुए।

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