राजीव गांधी शहरी और ग्रामीण ओलंपिक खेलों में हुई जोर आजमाईश…
बीकानेरNidarindia.com राजीव गांधी शहरी और ग्रामीण ओलंपिक खेलों की ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय स्तरीय प्रतियोगिताएं रविवार को भी जारी रही। दूसरे दिन शहर से लेकर गांव-गांव तक हर उम्र और वर्ग के लोगों ने इन खेलों में पूरे जोश और उत्साह के साथ भागीदारी निभाई।
शनिवार को जिले की 366 ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों के 29 क्लस्टर क्षेत्रों में 45 हजार से अधिक खिलाडय़िों में भागीदारी निभाई। बालिकाओं में अत्यधिक उत्साह देखा गया। इन बच्चियों ने रस्सा कस्सी और कबड्डी जैसे खेलों में भाग लिया तो लडक़ों में टेनिस बाल क्रिकेट आई वॉलीबॉल के प्रति उत्साह दिखा। दूसरे दिन बड़ी संख्या में शहरी और ग्रामीण लोगों ने इन खेलों को देखा। साथ ही खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई की। प्रत्येक खेल के दोनों पक्षों के लोग अपने अपने खिलाडिय़ों के पक्ष में हूटिंग करते रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में माहौल उत्सवमयी रहा। वृद्धजनों ने भी कबड्डी में हाथ आजमाए। तो पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं भी खेलती दिखी। खिलाडय़िों ने ई-शपथ लेते हुए विश्व रिकॉर्ड कायम करने में अपनी भागीदारी निभाई। रविवार को जिले के 17 हजार खिलाडय़िों ने शपथ ली। एक जैसे टी शर्ट पहने खिलाड़ी सभी को आकर्षित कर रहे थे।ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 10 अगस्त तक जारी रहेंगी।
आठ से साठ तक के खिलाड़ी खेल रहे साथ-साथ…
अपने तरह के अनूठे खेलों में 8 से साठ वर्ष तक के खिलाड़ी एक साथ खेलते दिख रहे हैं। बीकानेर के सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल में आयोजित 100 मीटर दौड़ में 70 साल के रामसुख जनागल दौड़े तो उनके साथ छोटे बच्चों ने भी दौड़ लगाई। ऐसा दृश्य और भी कई मैदानों में देखने को मिला। जनागल ने खेलों की थीम को सराहा और कहा कि भावी पीढ़ी को खेलों से जोडऩे के साथ उन्हें प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह खेल महत्वपूर्ण साबित होंगे।
बमचिक बमचिक बमचिक…
दूसरे दिन भी लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इन कलाकारों ने लोक गीतों और नृत्यों के माध्यम से समा बांधा। स्कूली विद्यार्थियों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला। तो कई खेल मैदानों पर देश भक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत किए गए। ओलंपिक खेलों का थीम सॉन्ग ‘बमचिक बमचिक बमचिक राजीव गांधी खेल ओलंपिक’ को भी आमजन द्वारा खूब सराहा गया और लोग इसकी धुन के साथ थिरकते दिखे।