बीकानेरNidarindia.com प्रदेश के सीनियर चिकित्सकों ने इस बार अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने पर आमदा हो गए थे। खफा हुए चिकित्सकों ने सोमवार रात को मंगलवार से हड़ताल की चेतावनी दी थी, लेकिन मध्य रात्रि के बाद हड़ताल एक बारगी स्थगित कर दी।

सरकार ने आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन की संयुक्त एक्शन कमेटी से बात की। इनकी मांगों और समस्याओं का समाधान करने के लिए कुछ समय मांगा। ऐसे में तय हुआ कि 15 अगस्त तक ये डॉक्टर सरकार के निर्णय का इंतजार करेंगे। तब तक सकारात्मक काम नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार हो सकता है। चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज टीचर्स की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने 10 सूत्री मांग-पत्र दे रखा हैं लेकिन इनसे बातचीत में जो मुद्दे सामने आए हैं वे हैरान करने वाले हैं।
मसलन, सरकार ने 2011 में डीएसीपी यानी डायनेमिक एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन पॉलिसी लागू की। इसमें रीडर से लेकर सीनियर प्रोफेसर तक के प्रमोशन की एक श्रृंखला तय कर दी। ऐसे में उस वक्त यानी 2011-12 में जो सीनियर प्रोफेसर थे वे आज तक उसी पोस्ट पर हैं। मतलब यह कि 12 साल में कोई प्रमोशन नहीं मिला।


