बीकानेरNidarindia.com जिला पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा के तीन गुर्गों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों ने गोदारा के कहने पर 80 लाख की फिरौती मांगी थी।
गिरफ्तार आरोपियों में 25 हजार का इनामी बदमाश जेठू सिंह भी शामिल है। इसके साथ ही सिरोही से आरोपियों को शरण देने, तकनीकी उपकरण व अन्य आइटम मुहैया कराने के आरोप में किशोर सिंह को दस्तयाब किया है। घर की रैकी करने वाले मुस्तगीस के चाचा मनोज कुमार सारस्वत को भी हिरासत में लिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने पत्रकारों के सामने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
मामला यह है…
पुलिस के अनुसार 17 जुलाई को झमकू देवी पत्नी लक्ष्मीनारायण उम्र 29 वर्ष निवासी खारडा हाल किरायेदार जेएनवीसी व्यास कॉलोनी थाने में रिपोर्ट लिखवाई थी कि शाम करीब 6:00 बजे तीन लोग जबरदस्ती उनके घर में घुस गए। डरा धमका कर बदमाश रोहित गोदारा से फोन पर बात करवाई और 80 लाख रुपए फिरोती मांगी। कहा, दो दिन में 80 लाख रूपए की व्यवस्था कर लेना नहीं तो तुम्हें व तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे।
पुलिस ने लिया गंभीर…
मामला दर्ज कर इसकी जांच थानाधिकारी सुषमा को सौंपी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने पांच टीमों का गठन किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद टीम ने घटना का बारीकी से विश्लेषण किया और सीसीटीवी में आए फुटेज के आधार पर आरोपियों का रूट चार्ट तैयार किया गया। फुटेज के आधार पर ही पुलिस ने डाटा बेस भी तैयार किया। पुलिस की टीमों ने पूर्व में चालानशुदा अपराधियों से पूछताछ की। संदिग्ध व्यक्तियों को साइबर सेल के जरिये ऑनलाइन सर्विलान्स पर भी रखा। मुखबीरों से प्राप्त सूचना पर पुलगातार संदिग्ध स्थानों पर रैड की गई। रोहित गोदारा गैंग से जुड़े संदिग्ध लोगों को थाने पर लाकर पूछताछ की गई। सभी तथ्यों के अनुसंधान पर पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले। उक्त तथ्यों के आधार पर कार्यवाहक थानाधिकारी सुषमा व मुकेश कुमार के नेतृत्व में डीएसटी, साईबर सैल कार्यालय की टीमों को नागौर, नोखा, जोधपुर, जालोर, सिरोही के लिए आरोपियों की धरपकड़ के लिए रवाना किया गया।
25 हजार के ईनामी बदमाश को किया गिरफ्तार…
पुलिस की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद 25 हजार रुपए के ईनामी बदमाश जेठूसिंह को डीएसटी टीम ने दस्तयाब किया। पुलिस थाना जय नारायण व्यास कालोनी के हैड कानि. विजय सिंह, साइबर सैल के हैड कानि. दीपक यादव ने टीम सहित सिरोही से आरोपियों को शरण देने, तकनीकी उपकरण व अन्य आइटम मुहैया कराने के आरोप में किशोर सिंह को दस्तयाब किया। घटनाक्रम के दौरान मुस्तगीस के घर की रैकी करने वाले मुस्तगीस के चाचा मनोज कुमार सारस्वत को दस्तयाब किया गया। आरोपियों से गहन अनुसंधान जारी है। वारदात में अन्य कौन कौन शामिल है के सम्बंध में पूछताछ चल रही है, साथ ही गिरफतारी के प्रयास जारी है।
डराने का लिया था टारगेट:
पुलिस ने मनोवैज्ञानिक रूप से आरोपियों से पूछताछ की। तो कई तथ्य सामने आए हैं। पूछताछ में सामने आया कि रोहित गोदारा काफी समय से परिवादी से डरा धमका कर रूपए हड़पना चाहता था। इसके लिए कई बार इन आरोपियों को रोहित गोदारा ने परिवादी को डराने धमकाने का टारगेट भी दे रखा था। लेकिन यह आरोपी बीकानेर पुलिस की निगरानी के चलते घटना को अंजाम देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।
दिया था बड़ा लालच…
रोहित गोदारा ने अपने गुर्गों को बड़ा लालच दिया था, जिसके जाम में आकर गुर्गों घटना को अन्जाम दिया। इन गुर्गों को घटना में सफलता नहीं मिलने के कारण यह दौबारा वारदात का अंजाम देने की योजना बना रहे थे। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही इनकी पहचान कर आरोपियों को गिरफतार कर लिया।
गांव-गांव में ली शरण…
पकड़े गए आरोपियों ने गांव-गांव में रहकर फरारी काटी है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि घटना को अन्जाम देने के बाद कार से गांवों के रास्ते होते हुए घटना में काम लिया गया वाहन पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर साईसर पुलिस थाना पांचू निवासी झब्बरसिंह (ईश्वर सिंह ) के घर पहुुंचे जहां पर दो दिन रूककर वहां से गांव बूंगड़ी के अशोक सिंह से रुपए लेकर ओसियां पहुच गए। वहां पर दोबारा कार की फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर जोधपुर, पाली, सिरोही होते हुए आबू रोड पहुंच गए। आबू रोड के कैलाश गेस्ट हाउस में रूककर आबू सिंह रोड निवासी किशोर सिंह उर्फ मामू के सहयोग से रूक गए व आगे की वारदात करने की योजना बना रहे थे। बीकानेर पुलिस ने तत्परता से आरोपियों को पीछा कर घटना में शामिल कर दस्तयाब कर लिया। वारदात में शामिल रतनसिंह, पंकज नायक, मंजूर उर्फ किशन तीन आरोपी अभी फरार है। वहीं जेठुसिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
इनकी हुई गिरफ्तारी…
पुलिस ने जेठूसिंह पुत्र भोजुसिंह निवासी गांव रायसर, किशोर पुत्र लालसिंह निवासी आबू रोड, सिरोही, मनोज कुमार सारस्वत पुत्र भूराराम निवासी गांव खारट लूणकरणसर, हाल करणी नगर को गिरफ्तार किया गया।
इ्रन्होंने दी शरण…
गेंगेस्टर के गुर्गों को सुशील निवासी खारट, ईशवर सिंह, झब्बरसिंह निवासी साईसर,अशोक सिंह निवासी गांव बूगड़ी जिला जोधपुर ने आरोपियों को शरण दी थी।