भोलेनाथ को जलाभिषेक कर रिझा रहे श्रद्धालु, बह रही भक्ति की सरिता…

बीकानेरNidarindia.com ‘शिव समा रहे मुझमें, और मैं शुन्य हो रहा हूं, क्रोध को, लोभ को मैं भष्म कर रहा हूं…भजन की यह पंक्तियां आज शिवालयों में सकार हो रही है। श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन है। देवो के देव महादेव से सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। अवसर है सावन माह के पहले सोमवार का।

सुबह से ही मंदिरों में शिव भक्तों का तांता लगा है। सावन में भगवान शंकर की अराधना का विशेष महत्व है। इस आज सोमवार है, तो आस्था का ज्वार परवान पर है। श्रद्धालु भगवान शंकर का दुग्धाभिषेक, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक कर उन्हें रिझा रहे हैं। शहर से लेकर गांवों तक शिव भक्ति की सरिता बह रही है।
मंदिरों में ओम नम् शिवाय:
शहर के शिव मंदिरों में सुबह से ही दर्शनार्थियों की भीड़ है। शिवबाड़ी स्थित लालेश्वर महादेव, सूरसागर के समीप स्थित बारह महादेव, लालगढ़ मार्केण्डेश्वर, श्रीरामसर रोड स्थित धरणीधर, महानंद, अमेरेश्वर, करमीसर रोड पर काशी विश्वनाथ, जस्सूसर गेट बाहर रंगोलाई के रामेश्वर नाथ महादेव, बीकाजी टेकरी के समीप स्थित आचार्यों की बागेची के जबरेश्वर, गोपेश्वर, फक्कडेश्वर, जस्सोलाई स्थित जनेश्वर मंदिर, नत्थूसर गेट बाहर मगनेश्वर महादेव, पातालेश्वर, फूलनाथ बागेची, ब्रह्म सागर, नर्बदेश्वर, गंगाशहर, भीनासर सहित शहर से लेकर गांवों तक शिव मंदिरों में आज विशेष पूजन अर्चना की जा रही है।

गोचर भूमि स्थित जंगलेश्वर महादेव मंदिर में पंडित संतोष कुमार बिस्सा, पंडि़त अशोक शर्मा के सान्निध्य में पूजा-अभिषेक कर भगवान शंकर का शृंगार किया गया।
पार्थिव शिवलिंग निर्माण अनुष्ठान …
सावन माह के साथ ही शहर में कई स्थानों पर पार्थिव शिवलिंग निर्माण का अनुष्ठान शुरू हो गया है। जैसलमेर रोड स्थित रंगा कॉलोनी में भारतीय लघु पंचाग कार्यालय (आश्रम) में पंडि़त अशोक बिस्सा के सान्निध्य में पार्थिव शिवलिंग निर्माण का अनुष्ठान चल रहा है। पहले सोमवार पर आज विशेष पूजन किया गया। अनुष्ठान में पंडि़त अभिषेक, पोला महाराज, मखन शर्मा, गिरीराज रंगा, ओम प्रकाश व्यास, शिवदयाल सहित श्रद्धालु भागीदारी निभा रहे हैं।
जाने क्या महत्व है…
भागवताचार्य पंडि़त दुर्गादत्त व्यास के अनुसार भगवान शंकर के भक्तों के लिए सावन माह बहुत पावन है। इस पूरे महीने भगवान भोले शंकर की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि, मन में प्रसन्नता रहती है। इस बार अधिक मास है। लंबे समय बाद ऐसा संयोग बने हैं । ऐसे में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना के समय साफ सुथरा वस्त्र धारण करें। आसन भी स्वच्छ होना चाहिए। बिल्व पत्र शिवलिंग पर चढ़ाए, लेकिन खंडित नहीं होने चाहिए। इसके अलावा पुष्प माला, भष्म, भांग इत्यादि भी भोलेनाथ का अर्पित करें। शिवजी हर संकट को हरते है।

