रमेश बिस्सा

बीकानेरNidarindia.com सावन में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है। आमजन के साथ ही किसानों के लिए यह जीवनदायनी है। खरीफ की फसल बुआई चल रही है। खासकर बारानी खेती के लिए यह बारिश प्राणवायु है। किसानों के चेहरे अच्छी बारिश के कारण खिले है।
बागवानी से बढ़ा सकते है आय…
कृषि जानकारों की माने तो यह मौसम बागवानी के लिए भी उपयोगी है। फलदार पौधे लगाकर आमजन भी आसानी से अपनी आय का जरिया बना सकते हैं। इस मौसम में अनार, आंवला, कीनू, मौसमी, नींबू, बेर, खजूर, बेलप़, जामुन सहित उच्च गुणवता के फलों के पौधे लगाए जा सकते हैं।

तीन साल में होता है तैयार…
एक फलदार पौधा तीन साल में तैयार होता है। एक पेड़ पर 25 से 30 किलो तक फल मिल सकते हैं। वही यदि किसान अपने खेत में एक बीघा जमीन पर फलदार पौधों की खेती करें, तो करीब 65 पौधे लग जाते हैं।
मूंगफली को फायदा…
मानसून की यह बारिश मूंगफली की फसल के लिए बेहद उपयोगी बताई जा रही है। इस माह की बारिश से फसल की पैदावार मे इजाफा होगा। जिले में सिचिंत क्ष़ेत्रों में मूंगफली की बुआई हो रखी है। खासकर इसकी बढ़वार हो रही। अभी किसी तरह का रोग, लट, कीड़ा नहीं लगा है। लूणकनसर, नोखा, बीकानेर और श्रीडूंगरगढ़ क्ष़ेत्र मूूंगफली की बुआई हो रखी है, जिसके पौधों में बारिश के बाद दो से तीन फीट की बढ़वार हो रही है।
मूंग-मोठ की बुआई…
बारिश के बाद किसानों ने खेत में बुआई शुरू कर दी है। बीकानेर जिले में अभी मूूंग, मोठ, कपास, तिल की बुआई की जा रही है। जानकारी के अनुसार कोलायत में तिल, नोखा में मोठ, खाजूवाला में कपास की बुआई शुरू हो गई है।
बढ़ रहा किचन गार्डन का प्रचलन…
“सावन की बारिश के बाद फलदार और छायादार पौधे लगाने से फायदा मिल सकता है। साथ ही इस मौसम में ही किचन गार्डन भी विकसित किया जा सकता है। जिसका प्रचलन इन दिनों बढ़ रहा है। घर में ही गार्डन विकसित कर फल, सब्जियां ले सकते हैं। छायादार पौधों में गुलमोर, मोरिंगा सहित पौधे लगाने का उपयुक्त समय है। बीकानेर में अब अनार, कीनू, बेर और खजूर की अच्छी खेती हो रही है।“
इंद्र मोहन वर्मा, बागवानी विशेषज्ञ, बीकानेर

