जयपुरNidarindia.com राजस्थान कांग्रेस में अंदरखाने धड़ेबाजी चल रही है। प्रदेश के मुखिया और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के बीच अभी भी तालमेल नहीं बैठ पाया है। पार्टी के कई आला पदाधिकारी इस मसले को सुलझाने के लिए प्रयास कर चुके हैं। हाल ही में दिल्ली में उच्च पदाधिकारियों के साथ ही राजस्थान के कई दिग्गज नेता जुटे है। सूत्रों की मानें तो अब दो और बड़े नेताओं के साथ बैठक हो सकती है।
इन बैठकों से क्या कोई बड़ा हल निकल पाएगा? यह फिलहाल सवाल खड़ा? माना ऐसा भी जा रहा है कि छत्तीसगढ़ का फॉर्मूला राजस्थान में आजमाया जा सकता है। सूत्र की माने तो दो की बैठक में सिर्फ संगठनात्मक विस्तार और मसलों पर बात हुई है। अब जो राजस्थान को लेकर चर्चा होने की बात बताई जा रही है, उसमें सरकार और चुनाव को मजबूती से लडऩे को लेकर हो सकती है। इसमे कुछ निर्णय होने की उम्मीद है। फिलहाल राजस्थान कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. हालांकि, पार्टी के अधिकृत नेता कुछ भी नहीं बोल रहे है। संगठन विस्तार से पहले उस पर मंथन हुआ है, इसमें प्रभारी रंधावा, अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और तीनों सहप्रभारी भी रहे। इनकी बात को सुनकर और पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट के आधार पर संगठन में लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा होने के बाद राजस्थान में ज्यादा हलचल है। छत्तीसगढ़ की तरह ही यहां पर भी विधान सभा के चुनाव होने वाले हैं।