बीकानेरNidarindia.com शहरी स्वास्थ्य सेवाओं के हालात जानने के लिए रविवार को सीएमएचओ डॉ.अबरार पंवार औचक निरीक्षण पर निकले। इस दौरान हालात चौंकाने वाले सामने आए।
मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित यूपीएचसी पर तो निर्धारित समय से पहले ही ताला मिला। वहां पर दो कार्मिक थे, जो अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला लगाकर 10:50 बजे ही निकल रहे थे, इसी दौरान वहां सीएमएचओ पहुंच गए, देखा तो अस्पताल पर ताला लगा था। व्यवस्था से खफा हुए सीएमएचओ ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मोहम्मद अबरार पंवार ने रविवार सुबह शहरी क्षेत्र के दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण कर जमीनी हालात जानने के लिए निकले थे। इस दौरान यूपीएचसी मुरलीधर व्यास नगर समय से पहले ही बंद मिली, तो यूपीएचसी नंबर 3 धनपत राय अस्पताल में 3 कर्मचारी बिना सूचना नदारद मिले।
गौरतलब है कि राजकीय अवकाश के दिन समस्त स्वास्थ्य केंद्र सुबह 9 से 11 बजे तक यानी कि 2 घंटे के लिए आवश्यक रूप से खुलते हैं और संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं, निशुल्क जांच, निशुल्क दवा व निशुल्क उपचार आमजन को उपलब्ध करवाया जाता है। सीएमएचओ डॉ.अबरार रविवार सुबह 10 बजे यूपीएचसी नंबर 3 पहुंचे और कर्मचारियों की उपस्थिति का निरीक्षण किया। अस्पताल के तीन कर्मचारी उपस्थित नहीं थे, ना ही उनकी कोई छुट्टी की अर्जी मिली। सीएमएचओ ने तीनों अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ.गौरव शर्मा साप्ताहिक अवकाश पर थे जबकि यूनानी चिकित्सक कार्यरत मिले। मरीजों के आग्रह पर डॉ.अबरार ने मौजूद मरीजों की स्वास्थ्य जांच कर उनका उपचार भी किया। इसके बाद लगभग 10 बजकर 50 मिनट पर मुरलीधर व्यास नगर यूपीएचसी पहुंचे। अस्पताल के मुख्य द्वार पर 2 कर्मचारी ताला लगा कर निकलते मिले जबकि इसे 11 बजे तक खुली रहना था। डॉ.अबरार ने अस्पताल के समस्त अधिकारी व कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार की ओर से निशुल्क दवा, निशुल्क जांच जैसी बेहतरीन स्वास्थ्य योजनाएं संचालित की जा रही है लेकिन अस्पताल समय पर खुलेंगे ही नहीं तो योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे में शहर से लेकर गांव तक प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुचारू किया जाएगा और कोताही बरतने वालों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।