बीकानेरNidarindia.com मोटरसाइकिल चोरों पर शिकंजा कसते हुए नोखा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की हैं। पुलिस ने बाइक चोरों के संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया हैं।
इन आरोपियों के कब्जे से 17 मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है, मामले में तीन आरोपी कैलाश, किशनाराम व नौरंगलाल को गिरफ्तार किया हैं। इन आरोपियों से बरामद मोटर साइकिलें बीते एक साल में नोखा, बीकानेर शहर, देशनोक व नापासर से चोरी की गई थी। आरोपियों ने इसे स्वीकार किया है।
इनके निशाने पर अधिकतर शहर व भीङ भाङ वाले स्थान ही रहते थे। जहां पर रैकी कर मोटरसाइकिल चोरी करते और उन्हें आसपास के गावों में सस्ते दामों में बेच देते है। यह इसलिए करते थे कि आरोपियों के महंगे शौक थे, रंगीन ख्वाब रखते हैं, ऐशो आराम की जिन्दगी जीने के लिए मोटरसाइकिलें चोरी करने का रास्ता इन्हें आसान लगा और इसमें जुट गए। पुलिस को आशंका है कि इनसे गहनता के साथ पूछताछ करने पर और भी वारदातें खुल सकती हैं।
यूं शुरू हुई तलाश…
मोटरसाइकिल चोरी का एम मामला नोखा निवासी निर्मल कुमार जाट ने 08 अप्रेल को थाना नोखा पर उपस्थित होकर दर्ज करया था कि उनके नाम से एक मोटरसाइकिल स्पलेडर प्लस है। यह 1 अप्रेल को समय करीब दिन के 2 बजे कटला चौक के पास वाली गली में खड़ी की थी, लेकिन 7:40 पर देखा तो बाइक नहीं मिली, कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया हैं। प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान सुरेशसिंह सउनि के सुपुर्द किया गया।
प्रकरण की घटना व पिछले कुछ समय से जिला बीकानेर में दुपहिया वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए बीकानेर रेंज आईजी औमप्रकाश और पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम के निर्देशानुसार पुलिस ने टीमें बनाकर तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस ने वाहन चोरी की घटनाओं का सीसी टीवी फुटेज खंगाले, इसमें तकनीकी विश्लेषण से अज्ञात आरोपीगण की पहचान कर उनकी तलाश शुरू गई।
इस दौरान पुलिस ने संगठित गिरोह को ट्रेस कर तीन आरोपी कैलाश गुणपाल पुत्र दुर्गाराम जाति मेघवाल उम्र 18 साल निवासी भामटसर, किशनाराम पुत्र मांगीलाल जाति मेघवाल उम्र 30 साल निवासी साधासर,नौरंगलाल पुत्र सुरजाराम जाति मेघवाल उम्र 21 साल निवासी साधासर पुलिस थाना जसरासर को दस्तयाब कर उन्हें गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से चोरी शुदा मोटर साइकिल व अन्य स्थानों से चोरी की गई कुल 17 मोटर बाइक बरामद की गई।
अपराधी प्रवृति के है…
पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनों ही आरोपी अपराधी प्रवृति के हैं, जो एक संगठित गिरोह के रूप में शहर व भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर खड़ी मोटर साइकिलों पर हाथ साफ करते थे।