बीकानेर : मोटे अनाज में भरपूर होते है पोषक तत्व, एसकेआरएयू के किसान मेले में बोले कृषि मंत्री लालचंद कटारिया - Nidar India

बीकानेर : मोटे अनाज में भरपूर होते है पोषक तत्व, एसकेआरएयू के किसान मेले में बोले कृषि मंत्री लालचंद कटारिया

बीकानेरNidarImndia.com स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और आत्मा के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के स्टेडियम प्रांगण में सोमवार को किसान मेले का शुभारम्भ हुआ।

इस मौके पर अतिथि के रूप में षामिल हुए कृषि पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के केबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि मोटा अनाज हमारी थाली का हिस्सा रहा है। कोरोना के बाद यह आगाह किया गया है कि यदि थाली में पोषक अनाज नहीं होगा तो स्वस्थ रहना चुनौती होगी। मोटे अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिसमें बाजरा प्रमुख है। बाजरे के क्षेत्रफल को बढ़ाने की आवश्यकता है। साथ ही प्रति हेक्टेयर उपज बढ़ाने के लिए अनुसंधान की आवश्यकता है।

दूध उत्पादन में देश में प्रथम है राजस्थान…


मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान राज्य दूध उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर आ गया है। सरकार किसान के हितों के लिए समर्पित है और लगातार 2 साल से कृषि का अलग बजट पेश हो रहा है। सरकार कृषि शिक्षा को बढ़ावा दे रही है, गत 4 साल में 49 नए कृषि महाविद्यालय, 8 पशुचिकित्सा महाविद्यालय और एक पशु चिकित्सा विश्वविधालय खोले गए हैं। किसानों में नवाचार लाने के लिए इस वर्ष राजस्थान के 100 किसान इजराईल और 25 किसान ऑस्ट्रेलिया जाएंगे।

इस प्रकार के मेलों में किसानों को कृषि के नवाचारों को देखने और सीखने का मौका मिलता है। उन्होने कहा कि हर ग्राम पंचायत पर कस्टम हायरिंग सेंटर खोले जाने की आवश्यकता है ताकि छोटे किसान भी ट्रैक्टर और उन्नत कृषि यंत्रों को किराए पर लाकर उपयोग कर सकें।

उन्होने बीकानेर कृषि विश्वविद्यालय को नये नवाचारों को गाँव गोद लेकर सभी उन्नत तकनीकों को किसानों के खेतों पर प्रदर्शित करने की राय दी। मेले में किसानों को सम्बोधित करते हुए आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि किसान देश की आत्मा है पर दुर्भाग्य है कि आज भी किसान की फसल नीलाम होती है, अतः किसान अपने बच्चों को शिक्षित करें क्योंकि जमीन की जोत छोटी होती जा रही है।

अपनी फसल का पूरा मूल्य प्राप्त कर सकें। किसान की उन्होने कहा कि राजस्थान में उत्तर प्रदेश के किसान आकर सफल खेती कर रहे हैं, उनसे प्रेरित होकर हमारे किसान भी आगे बढें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने लगातार बेहतरीन बजट प्रस्तुत करते हुए आमजन को संबल दिया है। राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि यदि कोई किसान कृषि उत्पाद सम्बन्धी फैक्ट्री लगाता है, तो उसे 50 प्रतिशत, अधिकतम एक करोड़ रूपए का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पोषक अनाज उत्पादन में राजस्थान अग्रणी हैं, देशी बाजरी की मांग आज भी है, अतः इसके बीज उत्पादन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि परम्परागत खेती में तो लागत ही निकालनी मुश्किल हो जाती है। समय के अनुसार खेती के तरीके को बदलने की आवश्यकता है, विश्वविद्यालय के नवाचारों को अपनाकर किसान समृद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के अन्तर्गत किसानों की 2000 यूनिट तक बिजली को मुफ्त कर राहत प्रदान की है। कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के कुलपति प्रो बलराज सिंह ने कहा कि नई तकनीकें कृषि को और अधिक समृद्ध करेंगी। किसान मेले के दौरान कृषि विशेषज्ञों से नई जानकारी प्राप्त करें और उन्हें अपनाएं।

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार ने अतिथियों को स्वागत किया और बताया कि तीन दिवसीय मेले में 100 से अधिक स्टालें लगाई गई हैं। उन्होंने मेले के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न सत्रों तथा प्रतियोगिताओं के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषाधिकारी डॉ ओण्पीण् गढ़वाल, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी, विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ सुभाष चंद्र, केसरा राम गोदारा, भागीरथ तेतरवाल, कुलसचिव सुनीता चौधरी, वित्त नियंत्रक पवन कस्वां के अलावा विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेशक एवं कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

3500 किसानों ने लिया भाग

मेले में आज लगभग 3500 किसानों ने भाग लिया तथा कृषि यन्त्रों विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाईयों की प्रदर्शनियोंए कृषि से जुड़े केन्द्रीय संस्थानों की स्टॉल्सए खाद व बीज की स्टॉल्स तथा सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की मोटे अनाजों एवं मूल्य संवर्द्धन पर लगाई गई विभिन्न उत्पादों की स्टॉल का भ्रमण किया और नवाचारों में रुचि दिखाई। मेले में कृषि मंत्री सहित अन्य अतिथियों ने विभिन्न पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने मेला स्मारिकाए मशरूम उत्पादन तकनीकए प्रगति के पथ पर अग्रसर कृषि महाविद्यालय मंडावा हार्मेसिंग द पोटेंशियल ऑफ मिलेट्स फॉर एग्री एंटरप्रेन्योरशिप पुस्तकों का विमोचन किया।

प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन…

आज मेले में फलए सब्जी एवं पुष्प तथा बाजरा आधारित व्यंजन एवं परिरक्षित खाद्य पदार्थ पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें गेंदा पुष्प प्रतियोगिता में रेवंतराम, गुलाब पुष्प प्रतियोगिता में महेन्द्र सिंह, बेर फल उत्पादन प्रतियोगिता में सुनीता, बेलपत्र फल उत्पादन प्रतियोगिता में संतरा देवी, अनार फल उत्पादन प्रतियोगिता में नानू राम, नींबू उत्पादन प्रतियोगिता में लाल चन्द सैनी, पत्तागोभी सब्जी उत्पादन प्रतियोगिता में धर्मवीर, मूली सब्जी उत्पादन प्रतियोगिता अंकुश कुमार, गाजर सब्जी उत्पादन प्रतियोगिता में फूल चन्द सैनी प्रथम रहे। साथ ही बाजरा आधारित व्यंजन प्रतियोगिता में धीया देवी और परिरक्षित खाद्य पदार्थ प्रतियोगिता में मीना कुमारी बैरवा प्रथम रहीं।

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