बीकानेरNidarIndia.com जसोलाई व्यास पार्क के समीप स्थित आनन्द भवन में गुरुवार को कीकाणी-लालाणी व्यास पंचायत के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
इसमें वक्ताओं ने पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी के प्रति संवेदनता वक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस शोक सभा में पुष्करणा समाज की कई जातियों के लोग शामिल हुए। इस मौके पर पंडि़त जुगल किशोर ओझा (पुजारी बाबा) ने कहा कि राजमाता का शहर से एक मां की तरह से रिश्ता था, यहां के लोगों के दिलों में वे सदैव अमर रहेगी। नारायणदास व्यास ने कहा कि पूर्व राजमाता के आकस्मिक निधन से भीतरी परकोटे के अन्दर की जनता अपने को अकेला महसूस कर रही हैं, पूर्व राजमाता (दाता) बीकानेर के पुष्करणा जाति के सामूहिक सावे का विषेश ध्यान रखती थी।
शोक सभा में रामलाल व्यास ने कहा राजमाता सभी को साथ रखकर समाज की कार्यशैली का निर्वाह करवाती थी। बल्लभ दास व्यास (काकोसा) ने कहा कि राजमाता के जाने से बडी क्षति हुई है। भारतीय लघु पंचागकर्ता पंडि़त अशोक बिस्सा ने राजमाता की ओर से किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उक्त पंचाग 2006 में राजमाता द्वारा विमोचन किया गया था। रंगा बिस्सा पंचायती की ओर से गिरिराज बिस्सा ने कहा कि राजमाता का निधन शहर के लिए अपूरणीय क्षति है।
जिला उद्योग संघ के सचीव विरेन्द्र किराडू ने कहा कि पूर्व राजमाता सदैव सामाजिक सरोकार के कार्यों में अग्रिण रही है। राधा किशन हर्ष ने कहा राजमाता सभी लोगों से एक समान स्नेह रखती थी। कार्यक्रम में दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा में भागीरथ आचार्य, पंडि़त मक्खन लाल व्यास, पंडि़त राजेन्द्र किराडू, पंडि़त सुशील किराड़ू, पंडि़त कपिल ओझा, श्रीनाथ रंगा, गिरीराज रंगा, अशोक रंगा, सीताराम, मांगीलाल व्यास, महेश चूरा, सोम व्यास, काला महाराज, जूनागढ़ के पुजारी लव देरासरी, पंडि़त सुशील व्यास, पंडि़त ओम प्रकाश, बिरजू बिस्सा सहित गणमान्य लोगों ने राजमाता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। संचालन ब्रजेश्वर लाल व्यास ने किया।