बीकानेर मंडल रेल कार्यालय में हुआ कार्यक्रम, देखें वीडियो…
बीकानेरNidarIndia.com देश की नौवीं और दसवीं वन्दे भारत ट्रेनें शुक्रवार को मुम्बई से शुरू हुई। जहां शिवाजी टर्मिनल स्टेशन से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों ट्रेनों का हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें एक ट्रेन मुम्बई से शिरडी तक तो दूसरी ट्रेन मुंबई से सोलापुर तक चलेगी।
समारोह का सीधा प्रसारण देखने के लिए मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय बीकानेर में बड़ी स्क्रीन लगाई गई। इसमें रेल ने बीकानेर स्थित सांई मंदिर के पदाधिकारियों और पत्रकारों को भी आमंत्रित किया था। समारोह देखने के लिए मंडल प्रबंधक कार्यालय के मीटिंग हॉल में बड़ी एलईडी लगाई गई थी। यहां पर मंडल वाणिज्य प्रबंधक जितेन्द्र शर्मा सहित रेल अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सांई मंदिर बीकानेर के पदाधिकारियों ने खुशी का इजहार किया, साथ ही उन्हें मंडल रेल कार्यालय बुलाने पर बीकानेर रेलवे का आभार जताया।
देश को समर्पित करता हूं…
मुम्बई में हुए समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वो देश की नौवीं और दसवीं वंदे भारत ट्रेन समर्पित करते हुए खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज पहली बार एक साथ दो वंदे भारत ट्रेनें शुरू हुई है। मुम्बई और पुणे सरीखे देश के आर्थिक केन्द्रों को मुम्बई से जोड़ेगी। यह वंदे भारत नई पीढ़ी की ट्रेन है। मुम्बई से सांईबाबा के दर्शन के लिए जाने वाले और शोलापुर जाने वाले यात्रियों का समय बचेगा। मुम्बई में हुए समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित मंत्री मौजूद रहे।
अब इतना बचेगा समय…
शिरडी और मुम्बई के बीच का ३४३ किमी का सफर वंदे भारत एक्सप्रेस 5 घंटे 20 मिनट में तय कर लेगी। इसमें पावर जनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम है जो बिजली पर लगभग 30 प्रतिशत की बचत करता है। इसका उद्देश्य भारतीय रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है। यह ट्रेन यात्रा के एक नए युग की शुरुआत करेगी। साथ ही पीएम के मेक इंडिया सपने का साकार करेगी।
खूबियों से भरपूर…
इस ट्रेन के प्रत्येक कोच में ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ, नेक्स्ट-जेन जो यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाती है। इसमें ऑटोमैटिक स्लाइडिंग फुटस्टेप है। कोच के अंदर आपातकालीन अलार्म पुश बटन से लैस है। अप्रत्यक्ष एलईडी लाइटिंग है, जो कि विमान में देखने को मिलती है।
प्रत्येक सीट पर मोबाइल,लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट शामिल हैं, जिससे यात्री सुविधा बढ़ती है। स्वचालित तापमान सेंसर और साइलेंट एयर कंडीशनिंग डक्ट है। आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमाण है नई पीढी की यह ट्रेन। यह ट्रेन 52 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। इसमें 14 एसी कोच कारों और 2 एग्जीक्यूटिव एसी कोच कारों में 1128 यात्री बैठते हैं जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं।