बीकानेरNidarIndia.com संसोलाव आगोर एवं पर्यावरण संरक्षण समिति की ओर से संसोलाव आगोर भूमि के रक्षार्थ जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत ‘जय सियाराम जय-जय हनुमान, एक पाठ आपकी गली के नामÓकार्यक्रम में चल रहा है। रविवार को नत्थूसर गेट के अन्दर स्थित लाला बिस्सा की गली में हनुमान चालीसा और संकट मोचन के पाठ किए गए।




इस मौके पर अतिथि के रूप में शामिल हुए राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष साहित्यकार शिवराज छंगाणी ने कहा कि यह क्षेत्र मरुस्थलीय है और हमेशा से ही इस क्षेत्र में अल्प वर्षा ही होती रही है। ऐसे में वर्षा जल का संरक्षण इस क्षेत्र के जीवन यापन के लिए जरूरी है। वर्षा जल के स्रोतों बावड़ी, तालाब, कुएं, गोचर, आगोर भूमि का संरक्षण का कार्य जनहित का है।
राजस्थानी भाषा के साहित्य में भी इन जल स्रोतों को महत्व दिया गया है।
संसोलाव आगोर एवं पर्यावरण संरक्षण समिति के संयोजक मदन मोहन छंगाणी ने आगोर संरक्षण के लिए समिति की ओर से विगत 22 वर्षो से चलाए जा रहे अभियान से अवगत कराया। अध्यक्षता समाजसेवी रतना महाराज ओझा ने की।
यह रहे मौजूद…


कार्यक्रम में पार्षद विजयसिंह राजपूत, पूर्व खेल अधिकारी हुकमचंद ओझा, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी महेश रंगा, कोलकाता प्रवासी श्याम सुंदर व्यास,भैरू रतन पुरोहित, शिव नारायण रंगा, समाजसेवी दाऊ लाल ओझा,अमिताभ पुरोहित,केवल चंद पालीवाल आदि ने भागीदारी निभाई। साथ ही गीता देवी,पुष्पा देवी,नेरू देवी,छोटा देवी, श्रेकंवर, चम्पा देवी,मीना एवं ममता सहित महिलाओं ने सामूहिक रूप से लोक भजन प्रस्तुत किए एवं आरती की।योग प्रशिक्षक गुलाबचंद ओझा और विनयचंद ने मुख्य यजमान की भूमिका निभाई।
