जयपुरNidarIndia.com सरकारी महकमे में कार्यरत कार्मिक घूसखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं। एसीबी की लगातार कार्रवाई के बाद भी ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मंंलगवार को एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एस.आई.डब्ल्यू इकाई जयपुर की ओर से आज सवाईमाधोपुर में कार्यवाही करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के दो अभियंताओं को गिरफ्तार किया है।
इसमें एक अधिशासी और सहायक अभियंता है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी के अनुसार एसीबी की एस.आई.डब्ल्यू.इकाई जयपुर इकाई को परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी फर्म की ओर से कराए गए निर्माण और मेंटिनेंस कार्यों के बकाया करीब 10 लाख रुपए के बिलों को पास करवाने की एवज में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश मीणा और सहायक अभियंता मुरारी लाल मीणा प्रत्येक के कमीशन के रूप में 50-50 हजार रुपए की रिश्वत राशि की मांग कर परेशान कर रहे हैं।
इस पर एसीबी जयपुर के महानिरीक्षक पुलिस डॉ.विष्णुकांत के सुपरवीजन में एसीबी की एसआईडब्ल्यू इकाई जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ललित किशोर शर्मा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। आज उप अधीक्षक पुलिस चित्रगुप्त महावर और उनकी टीम के साथ सवाईमाधोपुर में ट्रेप की कार्रवाई की गई। इस दौरान सवाईमाधोपुर के बजरिया निवासी अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश मीणा पुत्र सांवलराम मीणा को परिवादी से 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते और मीणा कॉलोनी, बजरिया निवासी सहायक अभियंता मुरारी लाल मीणा पुत्र मंगलराम को परिवादी से 5 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि शिकायत के सत्यापन के दौरान आरोपी अधिशासी अभियंता ने 10 हजार रुपए और सहायक अभियंता ने 15 हजार रुपए रिश्वत के रूप में वसूल लिए थे।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण
दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।