जयपुरNidarIndia.com चुनावी वर्ष को देखते हुए कांग्रेस अब राजस्थान में चल रहे दो खेमों के मनमुटाव को मिटाने के लिए प्रयास कर रही है। पार्टी के उच्च पदाधिकारियों ने सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच में सुलह कराने की कवायद में जुट गए हैं।




कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात की है। सूत्रों की माने तो पूर्व में गहलोत खेमे के जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया था, अब उनसे इस्तीफे वापस लेने के लिए कहा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अब गहलोत गुट के विधायक 25 सितंबर को स्पीकर को दिए गए इस्तीफे वापस ले सकते हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस उच्च पदाधिकारियों के इशारे को देखते हुए कुछ विधायकों ने स्पीकर को इस्तीफा वापस लेने के लिए पत्र भी लिखा है।
बताया जा रहा है कि बजट सत्र से पहले इस्तीफे वापस लेने इसलिए जरूरी है, क्योंकि 23 जनवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है। गहलोत गुट के करीब 90 विधायकों ने 25 सितंबर को इस्तीफे दिए थे। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत गुट के विधायकों के इस्तीफों को लेकर उच्च न्यायालय में वाद दायर कर रखी है और इस वाद पर उच्च न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष से जवाब भी मांगा है। बजट सत्र में बीजेपी इसे मुद्दा बना सकती है। गौरतलब है कि स्पीकर से मिलने के पहले प्रभारी रंधावा ने अपनी पार्टियों के मंत्रियों के साथ बैठक भी की थी।
