बीकानेरNidarIndia.com कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर में कई स्थानों पर धूणें[अळाव] चेतन हो गए है, हलांकि मंगलवार को मौसम का मिजाज भी बदल गया है, सर्द हवा का अहसास सुबह से ही होने लगा।

बीकानेर में कई मोहल्लों में सर्दी में धूणें चेतन रहते है, इसका आगाज कार्तिक पूर्णिमा से विधिवत होता है। मंगलवार को डागा चौक में नृसिंह धूणा चेतन किया गया, इस दौरान परम्परा के अनुसार नृसिंह मंदिर में की गई आरती की ज्योति से धूणे में अग्नि प्रज्जवलित की गई। इसके बाद धूणे का प्रसाद वितरण हुआ।
धूणे पर बैठे श्याम सुंदर रंगा[गुच्ची महाराज] ने बताया कि यह प्राचीन धूणा है, हर साल कार्तिक पूर्णिमा को चेतन किया जाता है, अब धुलंडी के दिन तक यह चलेगा। धूणे पर गिरधरदास व्यास, न्यायिक कार्मिक कैलाश जोशी[लील सा] भजन गायक मार्केण्डेय रंगा, तबला वादक अशोक बिस्सा, मनोज डागा, हाजी रंगा, लक्कू महाराज, खुशाल चंद रंगा सहित बडी संख्या में चौक के निवासी मौजूद रहे। इससे पूर्व नृसिंह मंदिर में पुजारी मनोज पांडिया ने पूजा-आरती के बाद दीप मालाएं की। शहर में अन्य मोहल्लों में भी आज के दिन से धूणों के आगाज की परम्परा है।



