कोलकाता.बीकानेरNidarIndia.com समाजसेवी रामगोपाल थानवी का सोमवार को सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे बीते एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे, आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
थानवी पुष्करणा समाज के वरिष्ठ गणमान्य शख्सियत थे, जिन्होंने समाज सेवा कार्यों में सदैव अग्रिणी भूमिका निभाई। उनके निधन से कोलकाता और बीकानेर में रह रहे पुष्करणा समाज में शोक की लहर दौड गई, थानवी का ससुराल बीकानेर में कोठारी अस्पताल के पीछे, वैद्य मघाराम कॉलोनी में स्थित है। समय-समय पर थानवी बीकानेर भी आते रहे हैं, यही वजह है कि बीकानेर में भी समाज के लोगों से उनका जुडाव रहा है।
थानवी के निधन पर बीकानेर में उनके ससुराल पक्ष के लक्ष्मीनारायण, मंगलचंद, विष्णुदत्त, शशि भूषण रंगा, अक्षयचंद, अश्विनी कुमार, सुशील कुमार, शक्तिरतन, लक्ष्मीकांत, चंद्रशेखर, ज्योतिप्रकाश, नितिनचंद्र, कुणाल भूषण, राहुल भूषण, मयंक, कनिष्ठ भूषण, वोरांश भूषण, राजकुमार, श्रीकांत, लक्ष्मीकांत, रामाकांत,भीमकांत, कुन्दनकांत, बद्री प्रसाद व्यास सहित परिवारजनों ने शोक जताया है।
कोलकाता में जताई संवेदना…
समाज सेवी रामगोपाल थानवी के निधन के बाद कोलकाता पुष्करणा समाज में शोक की लहर दौड गई। समाज के हीरालाल किराडू, जेठमल रंगा, पूनम रंगा, नारायण दास व्यास, अशोक व्यास, राजकुमार सहित बडी संख्या में समाज के गणमान्य लोगों ने संवेदना व्यक्त की है।
पुष्करणा सावे में करते थे शिरकत…
समाज सेवी रामगोपाल थानवी पुष्करणा समाज के सामूहिक सावे में बीकानेर आते थे। यहां पर पूरी तरह से भागीदारी निभाते थे। कहते थे उन्हें यहां सावे की परम्परा खासी रास आती थी, साथ ही सुकून भी मिलता था।