आस्था : बीकानेर में साकार हुई बंगाल की संस्कृति, महिलाओं ने निभाई सिन्दुर खेला की परम्परा, रानी बाजार स्थित बंगाली मंदिर में पूजा महोत्सव की पूर्णाहुति, देखें वीडियो... - Nidar India

आस्था : बीकानेर में साकार हुई बंगाल की संस्कृति, महिलाओं ने निभाई सिन्दुर खेला की परम्परा, रानी बाजार स्थित बंगाली मंदिर में पूजा महोत्सव की पूर्णाहुति, देखें वीडियो…

बीकानेरNidarIndia.com ‘बोलो रे बोलो दुर्गा माई की जय, बोलो रे बोलो दुर्गा माई की जय…ढाक(ढोल) की थाप पर जयकारों के साथ देवी माता को जब विदा किया तो श्रद्धालुओं का गल भर आया आंखे नम हो गई।

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यह नजारा बुधवार को शहर में साकार हो रहा था। खासकर रानी बाजार स्थित बंगाली संस्थान मंदिर में दुर्गा पूजा महोत्सव की पूर्णाहुति पर पश्चिमी बंगाल की संस्कृति साक्षात हो उठी। जहां पर बीकानेर बंगाली समाज की ओर से पूरी निष्ठा, भक्ति, आस्था और अपनी संस्कृति के अनुसार ही पूजा महोत्सव मनाया गया।

अंतिम दिन विधि विधान से देवी प्रतिमा का विसर्जन किया गया। वहीं शहर में मोहता चौक, तेलीवाड़ा, लखोटिया चौक, सदाफतेह के समीप, आसानियों का चौक, नत्थूसर गेट इत्यादि क्षेत्र में भी सजी देवी प्रतिमाओं का अलग-अलग तालाबों में विसर्जन किया गया। जयकारों के साथ दुर्गा प्रतिमाओं को लेकर श्रद्धालु जहां से भी गुजरे माहौल भक्तिमय हो गया। भक्तों ने भारी मन से देवी प्रतिमाओं को तालाबों में विसर्जन कर अगले वर्ष फिर से आने का आग्रह किया।

यहां निभाई सिन्दुर खेला की रस्म…


रानी बाजार स्थित मंदिर में बंगाली समाज की महिलाओं ने देवी माता के सिन्दुर अर्पण किया। बाद में एक-दूसरे चेहरे पर सिन्दुर लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। देवी माता से परिवार में खुशहाली मांगी। साथ ही अगले वर्ष फिर से आने का आग्रह किया। इससे पहले बंगाल से आए पंडितों ने मंत्रों के साथ दर्पण विजर्सन कराया। माता के पुष्पांजलि अर्पित की गई। अपराह्न बाद में ढाक(ढोल) और गाजे-बाजे के साथ दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए रवाना हुए। देवी प्रतिमा का विजर्सन देवीकुंड सागर में किया गया। आयोजन को लेकर संदीप साहा, पल्लव मुखर्जी, रिंकू मुखर्जी, संध्या सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। कार्यक्रम में कांग्रेस की महिला अध्यक्ष सुनीता गौड़ भी शामिल हुई।

नत्थूसर गेट बाहर स्थित मां आशापुरा मंदिर!

नवरात्रा महोत्सव की पूर्णाहुति के अवसर पर देवी  मंदिरों में भी विशेष पूजन हुए। प्रसाद का वितरण किया गया। नागणेचेजी मंदिर, नत्थूसर गेट बाहर स्थित मां आशापुरा मंदिर, बाला त्रिपुरा सुन्दरी राज-राजेश्वरी मंदिर, सच्चीयाय माता, सुजानगढ़ में काली माता, अमरसिंहपुरा और जयपुर रोड स्थित वैष्णोदेवी मंदिरों में विशेष पूजन अनुष्ठान हुए।

 

by-Ramesh Bissa, NidarIndia news

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