दिल्ली.बीकानेर डेस्कNidarIndia.com उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बर्फीले तूफान के कारण बड़ा हादसा हुआ है। इसमें कई पर्वतारोही फंस गए हैं। कुछ एक हताहत भी हुए है। सूत्रों के अनुसार नेहरू पर्वतरोहण संस्थान के करीब 40 पर्वतारोहियों का एक दल उत्तरकाशी से द्रौपदी का डांडा-२ पर्वत चोटी के लिए 23 सितंबर को रवाना हुआ था।
जहां पर मंगलवार को अचानक चोटी में हिमस्खलन होने से यह सभी पर्वतारोही फंस गए। हादसे की सूचना मिलते ही एनआईएम, प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ, एचडीआरएफ सहित बचाव दलों की टीमें सक्रिय हो गई है और राहत कार्यों में जुट गई है। बताया जा रहा है कि अभियान में शामिल इस दल में कई प्रशिक्षु भी शामिल है, वहीं सात प्रशिक्षक है। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेना की मदद भी मांगी है, इसके लिए रक्षा मंत्री से वार्ता की है। राहत और बचाव कार्य के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।
बीकानेर के पर्वतारोहियों ने जताया खेद…
इस दुर्घटना के बाद बीकानेर के पर्वतारोहियों ने खेद जताया है। नेशनल एडवेंचर फाउन्डेशन के सचिव आरके शर्मा, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डा. सुषमा बिस्सा, निदेशक रोहिताश्व बिस्सा, अशोक कुवेरा, ओजस्वी, बिहारी लाल शर्मा, नरेश अग्रवाल सहित पर्वतारोहियों ने दुर्घटना पर दु:ख प्रकट करते हुए साहसी खेल में जान गंवाने वाले पर्वतारोहियों के प्रति संवेदना प्रकट की है । भारतीय पर्वतारोहण संस्थान, नई दिल्ली व उत्तरकाशी पर्वतारोहण संस्थान से संपर्क करते हुए ताजा जानकारी प्राप्त की जा रही है। गौरतलब है कि बीकानेर के कई पर्वतारोहियों ने इसी संस्थान से बेसिक व एडवांस कोर्स का प्रशिक्षण लिया है। इस संस्थान में कई विदेशी पर्वतारोही भी प्रशिक्षण प्राप्त करते है। प्रशिक्षण के बाद एक शिखर आरोहण का प्रयास भी किया जाता है। इसी दौरान यह दुर्घटना हुई है।