कोलकाता NidarIndia.com दुर्गा पूजा पश्चिम बंगाल की आत्मा और गौरव कही जाती है। दुर्गापूजा हर साल एक ही तरीके से कभी नहीं मनाई जाती। यहां पर देवी दुर्गा की मूर्ति के डिज़ाइन के साथ-साथ दुर्गा पूजा पंडालों की थीम भी बदलती रहती है। इस बार भी नई धीम और पंडाल सभी को अपनी ओर खींच रहे हैं। इन पंडालों में विद्युत सज्जा की कला खास रूप से देखने को मिल रही है। यूं तो हर पूजा पंड़ाल की अपनी खासियत है, फिर भी कई ऐसे है जो बेहद मनमोहक है।
महानगर के मनिकतल्ला चलता बागान, लोहापट्टी में दुर्गा पूजा महोत्सव 80वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इसका पंडाल का शुभारंभ सांसद सुदीप बांधोपाध्याय ने किया। संस्था के अध्यक्ष संदीप भूतोंडिय़ा के अनुसार इस बार पूजा मंडप भारत की प्राचीन वास्तुकला पर केन्द्रित है। प्रतिमा का निर्माण चंदन की लकड़ी से बेहद सुन्दर काष्ट कारीगिरी से किया गया है। मोहक प्रतिमा पंडाल और रंगीन रोशनियों की जगमगाहट तीनों का उत्तम संयोजन हो रहा है। भूतोडिय़ा की माने तो अभी तक इस पूजा को 40 लाख से ज्यादा लोग इसका लुत्फ उठा चुके है। यूनेस्को ने इस बार कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को सांस्कृतिक विरासत का वैश्विक दर्जा दिया है। इस कारण यूनेस्को की टीम के अलवा पुरे विश्व और भारतवर्ष के अलग-अलग प्रदेशो से पर्यटक दुर्गा पूजा देखने के उमड़ रहे हैं।
हर वर्ष की तरह इस बार भी इस पूजा कमेटी को कई पुरस्कार मिले है, इसमें मूर्ति, पंडाल, विद्युत सज्जा और बेस्ट प्रबंधकीय अवार्ड के अलावा पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से विश्व बांग्ला अवार्ड भी प्रदान किया गया है। इसके अलावा पुरे कोलकाता के सर्वश्रेष्ठ पूजा पंडालों फाइनल मुकाबले में भी यह शामिल है। आयोजन को लेकर अध्यक्ष अशोक जायसवाल, नारायण सादानी, ,सचिव राजेश जायसवाल और उनकी टीम बीते एक माह से जुटी हुई है। पूजा महोत्सव कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, उद्योग मंत्री शशि पांजा, पार्षद मीनाक्षी गुप्ता, हरिमोहन बांगड़, उत्सव पारीक, घनश्याम दास, शारदा प्रधान सहित गणमान्य लोग शामिल हुए। साथ ही फ्रांस, इटली, अमेरिका, जापान के कोलकाता स्थित कॉउंसलेट जनरल भी इनमें महत्वपूर्ण रूप से शामिल हुए जिनका अभिनंदन संस्था के राजेश बिहाणी ने किया।
रिपोर्ट : एनडी व्यास, कोलकाता
बीकानेर में पूजा महोत्सव
बीकानेर में रताणी व्यासों के चौक में विष्णु लाल देरासरी के घर में शृंगारित देवी की प्रतिमा। यहां पर बंगाल की परंपरा के अनुसार पंचमी से दशमी तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। आयोजन से जुड़े अभिषेक देराश्री के अनुसार उनके यहां बीते २३ साल से पूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। प्रतिमा भी हर साल बंगाल से ही मंगवाई जाती है। इस बार कृष्णानगर पश्चिम बंगाल से लाई गई प्रतिमा बेहद सुन्दर है। आयोजक अनुसार प्रतिमा का विसर्जन दशमी को संसोलाव तालाब में किया जाएगा।