बीकानेरNidarIndia.com हनुमानदास मूंधड़ा चेरिटेबल ट्रस्ट देशनोक की ओर से जयपुर रोड स्थित अपनाघर वृद्धाश्रम की नई विंग का विस्तार कराया गया है। इस विंग का लोकार्पण शनिवार को किया गया। इस मौके पर अधिष्ठाता शिव मठ शिवबाड़ी के विमर्शानन्द महाराज सान्निध्य में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने विधिवध रूप से उद्घाटन किया।
अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि समाज में बुजुर्गों का स्थान सर्वोपरि है और यदि किसी परिवार की ओर से अपने घर के बुजुर्ग परिजनों को निर्वासित किया जाता है तो यह दुखद है, लेकिन साथ ही हमें इस बात का सुकून भी है कि ऐसे बुजुर्गों के लिए अपनाघर आश्रम का सहारा मिलता है।
यहां की सेवा और भावना के कारण उनको परिजनों से दूर होने की कमी बिल्कुल भी नहीं खलती । मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि देश में नए नए वृद्धाश्रम खुलना दुखद भी है और समाज की दिशा और दशा को दर्शाता है लेकिन मैं अपनाघर वृद्धाश्रम को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि आप ऐसे वृद्धों के लिए एक उम्मीद बनकर निस्वार्थ भाव से कार्य करते हैं। स्वामी विमर्शानन्द महाराज ने बताया कि धर्म में केवल चार आश्रमों का वर्णन ही लिखा गया है लेकिन आज एक ऐसा आश्रम भी देखने को मिला जो प्रभु सेवा को समर्पित है जहां साक्षात प्रभु का आवास है और वो है अपनाघर आश्रम। मंजू नैन गोदारा, महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र बीकानेर ने बताया कि समाज के हर उस व्यक्ति को जो साक्षात भगवान को देखना चाहते हैं उन्हें अपनाघर आश्रम में आकर आवासित प्रभु की सेवा करनी चाहिए। एल डी पंवार, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बताया कि हमारे विभाग को सदैव भामाशाहों का सहयोग मिलता रहा है जिसका मुख्य उदाहरण अपनाघर वृद्धाश्रम है ।
अपनाघर वृद्ध आश्रम के अध्यक्ष व देशनोक नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश मूंधड़ा ने बताया कि हमारा ट्रस्ट सदैव मानव सेवा हितार्थ कार्यों में आगे बढ़कर सहयोग करने को तैयार है। अपनाघर आश्रम के पूर्व अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि समाज के युवाओं को अपना नजरिया बदलना होगा ताकि कोई बुजुर्ग अपने घर से बेघर ना हो। अपनाघर वृद्धाश्रम सचिव अशोक मूंधड़ा ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर अपनाघर आश्रम रानीबाजार अध्यक्ष जुगल राठी, नरेश मित्तल, वीरेंद्र किराडू, रमेश अग्रवाल, विनोद जोशी, कुंदनमल बोहरा, दुर्गाराम मूंड, ज्ञान सिंह, रमेश राठी, मंगल गोयल, राधेश्याम पंचारिया, आर के जाजड़ा एवं अपना घर आश्रम से जुड़े सदस्य शामिल हुए।