बीकानेरNidarIndia.com गोकुल सर्किल स्थित श्री शिव शक्ति साधना पीठ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति शनिवार शाम को हुई। अंतिम दिन कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
कथा वाचक कोलकाता प्रवासी पंडि़त शिव किशन किराड़ू ने प्रसंग की व्याख्या करते हुए कहा कि यदि जीवात्मा के कर्म सात्विक है तो लक्ष्य की प्राप्ति स्वत ही होगी। कुपात्र को दी हुई विद्या सामाजिक दृष्टिकोण से विनाशकारी सिद्ध होती है। उन्होंने कहा की आज बच्चों को यदि कोई तथ्य समझना हो तो अभिभावकों को वेद पुराण का और शास्त्रों में वर्णित ज्ञान का सहारा लेकर समझना चाहिए।
दत्तात्रय प्रसंग से बताया गया की तत्व ज्ञान कही से भी क्यू ना प्राप्त हो उसे अपने जीवन पर चरितार्थ करना चाहिए। वर्तमान में चल रहे कनाहत पक्ष (पितृ पक्ष) पर प्रकाश डालते हुए कहा की हमे अपने पितरों की तिथि देवी देवताओ की जयंती के समान मनानी चाहिए क्योंकि हमारे पितृ देव यदि प्रसन्न रहेंगे तो हमारा वंश संतातियो से फलीभूत रहेगा। कलियुग के दोषों का निरूपण करते हुए किराड़ू ने कहा की हम सत्व गुण धारण कर के कलियुग के कुप्रभाव से बच सकते है। पूर्णाहुति के दिन चंद्रेश पुरोहित और राजा व्यास ने भजनों की प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। पंडित मनमोहन किराड़ू ने आभार जताया।