राजस्थान : एमजीएसयू में शिक्षा पाठयक्रमों में सेमेस्टर व्यवस्था होगी लागू, एकेडमिक काउंसिल की बैठम में हुआ निर्णय... - Nidar India

राजस्थान : एमजीएसयू में शिक्षा पाठयक्रमों में सेमेस्टर व्यवस्था होगी लागू, एकेडमिक काउंसिल की बैठम में हुआ निर्णय…

बीकानेरNidarIndia.com महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय की विद्या परिषद की बैठक बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति प्रोफेसर विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई।

इसमें मुख्य रूप से सत्र 2022-23 के लिए पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया, विश्वविद्यालय उप कुलसचिव शैक्षणिक डॉ.बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि पिछले दिनों विश्वविद्यालय में संचालित 6 संकायओं के 36 से अधिक पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप प्रथम चरण में स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान व शिक्षा संकाय में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया गया विश्वविद्यालय में वर्तमान में कैंपस में संचालित पाठ्यक्रमों में ही सेमेस्टर सिस्टम लागू था, अब सत्र 22-23 से विश्वविद्यालय से संबंध था प्राप्त महाविद्यालयों में भी विज्ञान व शिक्षा संकाय के स्नातकोत्तर कक्षाओं में सेमेस्टर सिस्टम व सीबीएसई सिस्टम लागू होगा विद्या परिषद में नई शिक्षा नीति को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई।

कुलपति ने सदन को यह बताया गया कि विश्वविद्यालय राज्य सरकार व राज्यपाल सचिवालय के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति के अनुरूप समय-समय पर बैठकें आयोजित कर व्यवहारिक रूप में शिक्षा नीति को लागू करने का प्रयास कर रहा है विद्या परिषद की बैठक में हिंदी दिवस के अवसर पर आज एक विशेष प्रस्ताव पारित कर विश्वविद्यालय परिसर में हिंदी विभाग खोलने का निर्णय लिया गया। विद्या परिषद में शोध के संदर्भ में राज्यपाल सचिवालय से अनुमोदित अध्यादेश के अनुरूप कार्य प्रणाली को लागू करने एवं उपरोक्त संदर्भ में विभिन्न मानदेय निर्धारण करने के संदर्भ में भी निर्णय लिए गए बैठक में गत वर्ष में विश्वविद्यालय ने खोले गए नवीन महाविद्यालय का भी अनुमोदन किया गया बैठक में राज्य सरकार के प्रतिनिधि प्रोफेसर आर नियाजी, डॉ.बीएल बिश्नोई, संकाय अध्यक्ष डॉ.जीपी सिंह, डॉ.भगवानाराम बिश्नोई, डॉ.मीनू पूनिया, डॉ. मीनाक्षी मिश्रा, डॉ.बीएस रतन सहित कई अध्ययन मंडलों के संयोजक उपस्थित रहे। सदस्य सचिव विश्वविद्यालय कुलसचिव यशपाल आहूजा ने विभिन्न एजेंडा के बारे में विस्तार से सदन को बताया।

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