बीकानेरNidarIndia.com राजस्थान संस्कृत साहित्य अकादमी के अध्यक्ष पद का कार्यभार गुरुवार को संस्कृत विदुषी डॉ. सरोज कोचर ने संभाला। अकादमी के निदेशक संजय झाला ने उन्हें कार्यभार ग्रहण करवाया।
इस अवसर पर संस्कृत शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में संयुक्त निदेशक डॉ. शालिनी सक्सेना, जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विवि के शास्त्री कोसलेन्द्रदास, बीकानेर श्वेताम्बर जैन समाज के मंत्री रजनीकान्त सांड आदि उपस्थित रहे। अध्यक्ष डॉ. सरोज कोचर ने बताया कि ज्ञान विज्ञान का कोश संस्कृत के विकास के लिए प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के विभिन्न आयाम तैयार किए जाएंगे।
बच्चों में संस्कृत संभाषण, श्लोक पाठ,अभिनय आ अभ्यास के लिए विशेष पाठ्यक्रम तैयार करवाने सहित कई योजनाएं शुरू की जाएगी। वैदिक, लौकिक, संस्कृत का विकास तथा हस्तलिखित ग्रंथों के कैटलोग तैयार करवाना प्राथमिकता रहेगी। संस्कृत के प्राचीन ग्रंथों में शोध करवा कर धर्म व विज्ञान के नवीन तथ्यों को उजागर किया जाएगा।
शिक्षा व धर्म को समर्पित हैं डॉ.कोचर…
संस्कृत की प्रवक्ता डॉ. सरोज कोचर शिक्षा व धार्मिक कार्यों को समर्पित हैं। श्री वीर बालिका कॉलेज जयपुर प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त डॉ. कोचर को एनएसएस इंदिरा गांधी पुरस्कार, दो बार राज्यस्तरीय पुरस्कार, भारत निर्माण संस्था नई दिल्ली से साहित्य व सोमनाथ संस्कृत विवि गुजरात से सारस्वत सम्मान सहित अनेक विशिष्ट सम्मान भी मिल चुके हैं। डॉ. सरोज राजस्थान विवि संस्कृत बोर्ड ऑफ स्टडीज-सहसंयोजक, जैन अनुशीलन केन्द्र बोर्ड ऑफ स्टडीज, सोमनाथ संस्कृत विवि गुजरात एकेडमिक काउंसिल में सदस्य हैं।
स्वतंत्रता सैनानी कोचर की पौत्री
गौरव की बात है कि राजस्थान संस्कृत साहित्य अकादमी अध्यक्ष डॉ. सरोज कोचर स्वतंत्रता सैनानी रामरतन कोचर की पौत्री है। गौरतलब है कि डॉ. सरोज कोचर समय-समय पर बीकानेर में भी धार्मिक आयोजनों में अपनी सहभागिता रखती हैं।