बीकानेरNidarindia.com आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अब बच्चों को चित्रों माध्यम से पढ़ाया जाएगा। इसके लिए इन आंगनबाड़ी को मॉडल केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जिले के 199 केन्द्रों का चयन कर इनकी स्वीकृतियां जारी की गई है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को बच्चों के लिए और अधिक उपयोगी बनाने के उद्देश्य से पहले चरण में प्रत्येक पंचायत समिति के दो-दो केन्द्रों को मॉडल केन्द्र बनाने की स्वीकृति जारी की गई। इनमें से अधिकत केन्द्रों का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके बेहतर परिणाम देखने को मिले। इसी श्रृंखला में दूसरे चरण में जिले के 512 केन्द्रों को मॉडल केन्द्र बनाने का निर्णय लिया गया है तथा इनमें से 199 केन्द्रों की स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि इनमें कोलायत के 89, बीकानेर ग्रामीण के 25, खाजूवाला और पांचू के बीस-बीस, श्रीडूंगरगढ़ के 18, लूणकरणसर के 16 और नोखा के 11 आंगनबाड़ी केन्द्र शामिल हैं। यह कार्य सबंधित ग्राम पंचायतों की ओर से करवाया जाएगा। प्रत्येक कार्य के लिए समय सीमा का निर्धारण किया गया है।
यह होंगे मॉडल केन्द्र…
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने बताया कि मॉडल केन्द्रों में आवश्यक के अनुसार मरम्मत करवाने के बाद इनकी दीवारों पर ज्ञानवर्धक वॉल पेंटिंग बनाई जाएंगी। इनमें गिनती, वर्णमाला, पशु पक्षियों, कार्टूंस और नापतौल के चित्रों का अंकन करवाया जाएगा। यहां के शौचालय साफ सुथरे होंगे। स्वच्छ पेयजल की व्यवस्थ होगी। बच्चों के लिए फर्नीचर और एलईडी टीवी, पुस्तकों, खेल सामग्री आदि की व्यवस्था की जाएगी।