जयपुरNidarindia.com प्रदेश में खेल-खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की है।
जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का विकास कर खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन, सम्मान देने और खेल मैदानों के सुदृढ़ीकरण में कोई कमी नहीं रख रही है। राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ खेलों के विकास के लिए बड़े फैसले ले रही हैं।
पूरा विश्वास है कि देश में राजस्थान खेलों में अग्रणी बन रहा है। उन्होंने कहा कि खेल हमेशा दूरदृष्टि के साथ खेले जाते हैं, उसी तरह राज्य सरकार भी खेलों के प्रोत्साहन में दूरदृष्टि के साथ फैसले ली रही हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों को विश्वास दिलाया कि पदक विजेताओं के लिए प्रोत्साहन राशि में लगातार बढ़ोतरी होती रहेगी। उन्होंने राजस्थान में खिलाडिय़ों के लिए राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिए जाने की घोषणा की।
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में लोकार्पण एवं खिलाड़ी सम्मान समारोह के दौरान ओलंपिक और पैरा ओलंपिक में राजस्थान के पदक विजेताओं, एशियन गेम्स-2022 और कॉमनवैल्थ गेम्स-2022 में क्वालीफाई करने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित किया। गहलोत ने पदक विजेता खिलाडिय़ों को दी जाने वाली अनुदान राशि के लिए ऑनलाइन पोर्टल को भी लॉन्च किया। समारोह में अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडिय़ों ने संवाद करते मुख्यमंत्री को खिलाड़ी हितों में लिए गए फैसलों के लिए धन्यवाद दिया।
अब लीड ले रहा है राजस्थान…
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में चिंता रहती थी कि भारत कई छोटे देशों की तुलना में पदक नहीं जीत पा रहा है, लेकिन अब ओलंपिक व पैरा ओलंपिक में राजस्थान लीड ले रहा हैं। खिलाडिय़ों के हितों में राज्य सरकार की ओर से लिए गए निर्णय सार्थक हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार में जब खेल मंत्री था, तब इच्छा थी कि खेलों को किस प्रकार आगे बढ़ाएं। वहीं इच्छा अब पूरी कर रहा हूं।
अब राजस्थान में खेलों का माहौल बदल रहा है। खेल विकास के लिए संकल्पित राज्य सरकार खिलाडिय़ों, विशेषज्ञों और खेल परिषद से प्राप्त सुझावों के अनुरूप सुविधाएं ब?ाएंगी। उन्होंने कहा कि विधायकों से भी खेल मैदानों को विकसित करने के लिए प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं।
ग्रामीण ओलम्पिक में खेलेंगे 27 लाख खिलाड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक 29 अगस्त से शुरू होंगे। इनमें 27 लाख से अधिक हर उम्र के खिलाड़ी मैदान में नजर आएंगे। रोमांच तब और बढ़ेगा जब दादा-दादी अपने पोते-पोतियों को और पोते-पोती अपने दादा-दादियों को खेलते देखेंगे। आयोजन राज्य में प्रतिभा खोज का एक बड़ा मंच बनेगा। गांवों में खेलों का माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलम्पिक में विजेताओं को पंचायत कांट्रक्च्युएल काडर में रिक्त पदों की भर्ती में प्राथमिकता भी दी जाएगी। उन्होंने समारोह में ग्रामीण ओलंपिक की मशाल को भी रवाना किया।
पदक विजेताओं को अनुदान देने के लिए पोर्टल लॉन्च
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदक विजेता खिलाडिय़ों को अनुदान राशि के लिए अब खेल परिषद तक नहीं आना पड़ेगा। प्रक्रिया को सुलभ बनाने के लिए ऑनलाईन पोर्टल को लॉन्च किया गया है।
आउट ऑफ टर्न नौकरियां…
गहलोत ने कहा कि राजस्थान के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लगभग 229 खिलाडिय़ों को आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत राजकीय सेवाओं में नियुक्तियां दी गई है। साथ ही खिलाडिय़ों के लिए 2 प्रतिशत का आरक्षण प्रावधान भी किया है। उन्होंने बताया कि ओलम्पिक, पैरा ओलंपिक, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं के साथ अर्जुन और द्रोणाचार्य अवार्डीज को स्पोर्ट्स पर्सन पेंशन मिलेंगी। उन्होंने कहा ओलंपिक और पैरा ओलंपिक पदक विजेताओं को 25-25 बीघा नि:शुल्क भूमि का आवंटित करने का अहम फैसला लिया गया। उन्होंने गुरू वशिष्ठ और महाराणा प्रताप अवार्डीज को मिलने वाली पुरस्कार राशि को बढ़ाने के लिए भी घोषणा की।
दूसरे राज्यों में नहीं जाते राजस्थान के खिलाड़ी
समारोह में खेल एवं युवा मामलात राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राज्य सरकार के निर्णयों और नीतियों से खेलों का माहौल पूरी तरह बदल गया। खेल सुविधाओं का व्यापक विस्तार और खिलाडिय़ों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, उनका भविष्य सुरक्षित हो रहा है। इससे राजस्थान देश में अग्रणी खेल राज्य बनकर उभर रहा है। इसी का नतीजा है कि अब राजस्थान के खिलाड़ी दूसरे राज्यों में नहीं जा रहे हैं। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष डॉ. कृष्णा पूनिया ने कहा कि राजस्थान वह राज्य बन गया है जहां पर पदक जीतते ही नौकरियां मिल रही हैं। अब हरियाणा का एथलीट भी राजस्थान की ओर देखने लगा है।
समारोह में जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, विधायक रफीक खान, नरेंद्र बुड़ानिया, राजस्थान पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद के उपाध्यक्ष सतबीर चौधरी एवं शासन सचिव नरेश ठकराल सहित राजस्थान भर से आए प्रशिक्षक और बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद रहे।