गर्मी से लोग पहले ही बेहाल है और अब इस बढ़ते तापमान का असर सीधा उनकी जेब पर पड़ा है। बढ़ते तापमान ने फलों और सब्जियों जैसी वाली वस्तुओं की कीमतों पर असर डाला है। नवीनतम WPI आंकड़ों के अनुसार, महीने दर महीने सब्जियों और फलों की कीमतों में वृद्धि हुई है। अप्रैल में थोक महंगाई दर 9 साल के ऊपरी स्तर के साथ 15.08% पर पहुंच गई। पिछले साल यही आंकड़ा अप्रैल में 10.74 फीसदी रहा था।महंगाई अपने उच्चतम स्तर पर
WPI के आँकड़े के अनुसार, अप्रैल 2022 में देश में थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर 15.08 फीसदी पर पहुँच गई थी। इससे पहले मार्च 2022 में ये आंकड़ा 14.55 फीसदी रहा। कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के अनुसार, “पिछले वर्ष के अप्रैल की तुलना में अप्रैल 2022 में बढ़ी हुई महंगाई दर मुख्य रूप से खनिज तेल, मूल धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य पदार्थों, गैर-खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों और रसायनों और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के कारण थी”
गर्मी की वजह से आई कीमतों में उछाल
ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, “गर्मी की वजह से फलों, सब्जियों और दूध जैसे जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं की कीमतों में उछाल आया है, जिससे चाय की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ प्राइमेरी फूड इन्फ्लेशन भी बढ़ा है।” अदिति नायर ने आगे कहा कि मई में थोक WPI इन्फ्लेशन 15% से नीचे आ सकता है।